नई दिल्ली/केप कैनवेरल : नासा की दो अंतरिक्ष यात्री ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से बाहर निकलकर चहलकदमी (स्पेस वॉक) की। दोनों एस्ट्रोनॉट सैन्य अधिकारी और पायलट हैं। स्पेसवॉकिंग के 60 वर्षों के इतिहास में यह पांचवां मौका है जब ऑल-फीमेल (सिर्फ महिलाएं) स्पेसवॉकर थीं।
नासा के अनुसार, बुधवार को आईएसएस से बाहर निकलने से कुछ मिनट पहले मैकक्लेन ने अपने दाहिने दस्ताने की तर्जनी पर धागे के रेशे देखे। मिशन कंट्रोल ने यह सुनिश्चित करने के लिए स्पेसवॉक की शुरुआत में थोड़ी देरी की कि उनका दस्ताना सुरक्षित है। स्पेसवॉक के दौरान, यह जोड़ी अंतरिक्ष स्टेशन के सौर पैनलों का एक अन्य सेट तैयार करेगी और साथ ही 420 किलोमीटर ऊंचे परिसर पर पुराने पड़ चुके एंटीना को बदलेंगी।
अंतरिक्ष केंद्र को बुधवार शाम को थोड़ी ऊंची कक्षा में ले जाना पड़ा, ताकि अंतरिक्ष कचरे से बचा जा सके। मैकक्लेन, सेना में कर्नल और हेलीकॉप्टर पायलट हैं। उन्हें 2019 में पहली बार केवल महिलाओं द्वारा अंतरिक्ष में की जाने वाली चहलकदमी में हिस्सा लेना था, लेकिन सूट शरीर के अनुकूल नहीं होने के कारण उन्हें अपनी योजना टालनी पड़ी। केवल महिलाओं द्वारा अंतरिक्ष में पहली बार की गई चहलकदमी में क्रिस्टीना कोच और जेसिका मीर ने हिस्सा लिया था।
कोच जल्द ही चांद पर जाने वाली पहली महिला बन जाएंगी। वह और तीन पुरुष अंतरिक्ष यात्री नासा के आर्टेमिस कार्यक्रम के तहत अगले साल चांद पर उतरे बिना ही चांद के चारों ओर उड़ान भरेंगे। नासा के अंतरिक्ष यात्री दल में पुरुषों की संख्या अब भी महिलाओं से अधिक है। नासा के 47 सक्रिय अंतरिक्ष यात्रियों में से 20 महिलाएं हैं। वर्तमान में अंतरिक्ष केंद्र पर रहने वाले सात अंतरिक्ष यात्रियों में से मैकक्लेन और आयर्स ही महिलाएं हैं।
क्यों किया जाता है स्पेसवॉक : स्पेसवॉक एक खतरनाक और चुनौतीपूर्ण काम है। स्पेसवॉक कई कारणों से किए जाते हैं। इसमें अंतरिक्ष यान की मरम्मत करना, उपकरण स्थापित करना, वैज्ञानिक प्रयोग करना। उपग्रहों को पकड़ने और उसे स्थापित करना व अंतरिक्ष स्टेशन के बाहरी हिस्से की जांच और रखरखाव आदि शामिल है।