म्यांमार : राहत-बचाव कार्यों के लिए भारत ने भेजे 80 NDRF कर्मी

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नई दिल्ली : भारत भूकंप प्रभावित म्यांमार की मदद के लिए आगे आया है। देश ने राहत और बचाव कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 80 कर्मियों का दल म्यांमार भेजा है। इसमें खोजी कुत्ते भी शामिल हैं। अधिकारियों ने शनिवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यह कदम ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत उठाया गया है। इससे पहले भी भारत ने दो मौकों पर विदेश में एनडीआरएफ को तैनात किया है, इनमें 2015 में नेपाल भूकंप और 2023 में तुर्किये में आया भूकंप शामिल है।

आज शाम तक म्यांमार पहुंचेगा बचाव दल : एनडीआरएफ कर्मियों को म्यांमार में सहायता प्रदान करने के लिए मजबूत कंक्रीट कटर, ड्रिल मशीन, हथौड़े आदि जैसे भूकंप बचाव उपकरणों के साथ तैनात किया जा रहा है। समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से एक अधिकारी ने बताया, ’80 एनडीआरएफ कर्मियों की एक टीम गाजियाबाद के हिंडन से भारतीय वायुसेना के दो विमानों में म्यांमार के लिए रवाना की गई है। टीम के शनिवार शाम तक म्यांमार पहुंचने की उम्मीद है।’

पीके तिवारी करेंगे टीम का नेतृत्व : अधिकारी के अनुसार, गाजियाबाद में स्थित 8वीं एनडीआरएफ बटालियन के कमांडेंट पीके तिवारी शहरी खोज और बचाव (यूएसएआर) टीम का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ टीम अंतरराष्ट्रीय खोज एवं बचाव सलाहकार समूह (INSARAG) के मानदंडों के अनुसार म्यांमार में ढही संरचना की खोज एवं बचाव अभियान का काम करेगी। इसके लिए वह अपने साथ बचाव कुत्तों को भी साथ ले गई है।

इससे पहले भारत ने भेजी 15 टन राहत सामग्री : इससे पहले, भारत ने शनिवार को भारतीय वायु सेना (IAF) के सी130जे सैन्य परिवहन विमान पर म्यांमार के यांगून शहर में लगभग 15 टन राहत सामग्री भेजी। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विनाशकारी भूकंप पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत म्यांमार और थाईलैंड को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।

म्यांमार-थाईलैंड में भूकंप ने मचाई भारी तबाही : बता दें कि म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार को आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई। भूकंप के तेज झटकों से इमारतें, पुल और अन्य संरचनाएं नष्ट हो गईं। अकेले म्यांमार में कम से कम 1,002 लोगों के मारे जाने की खबर है और सैकड़ों लोग लापता हैं। वहीं, भूकंप में अभी तक 1500 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।

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