नई दिल्ली/काठमांडू : भारतीय सेना के छह पूर्व प्रमुखों ने मंगलवार को महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर नेपाल के काठमांडू में स्थित प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की। ये पूर्व सेना प्रमुख नेपाल सेना के निमंत्रण पर नेपाल पहुंचे थे, जिसमें जनरल जोगिंदर जसवंत सिंह, जनरल दीपक कपूर, जनरल विजय कुमार सिंह, जनरल दलबीर सिंह सुहाग, जनरल मनोज मुकुंद नरवाने और जनरल मनोज पांडे शामिल थे। इन सभी को नेपाल के स्थानीय अधिकारियों द्वारा पूजा अर्चना के लिए पशुपतिनाथ मंदिर में ले जाया गया। पूजा के बाद, पशुपति क्षेत्र विकास ट्रस्ट ने इन प्रमुखों को रुद्राक्ष की माला और स्कार्फ भेंट किए।
मानद रैंक प्रदान करने की परंपरा : बता दें कि ये पूर्व सेना प्रमुख महाशिवरात्रि समारोह और नेपाल सेना की 262वीं स्थापना वर्षगांठ में भाग लेने के लिए नेपाल आए हैं। भारत और नेपाल की सेनाओं के बीच मानद रैंक प्रदान करने की परंपरा बहुत पुरानी है, जो दोनों देशों के बीच सैन्य और रणनीतिक संबंधों को दर्शाती है।
पिछले साल, नवंबर 2024 में भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने नेपाल का दौरा किया था, जहां उन्हें नेपाली सेना के जनरल की मानद रैंक दी गई थी। इसके बाद दिसंबर 2024 में, नेपाली सेना के प्रमुख अशोक राज सिगडेल ने भारत यात्रा के दौरान भारतीय सेना के जनरल की मानद रैंक प्राप्त की।
पशुपतिनाथ मंदिर और महाशिवरात्रि : गौरतलब है कि पशुपतिनाथ मंदिर, जो भगवान शिव को समर्पित है, बागमती नदी के किनारे स्थित है और इसे 1970 के दशक में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामित किया गया था। यह मंदिर हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है।
वहीं आज महाशिवरात्रि का त्योहार है। ये त्योहार आध्यात्मिक विकास का प्रतीक है और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक भी मानी जाती है। यह भगवान शिव और देवी पार्वती के दिव्य विवाह का भी प्रतीक है। हिन्दू धर्म में शिव-शक्ति की जोड़ी को प्रेम, शक्ति और एकता का प्रतीक माना जाता है।