इस्लामाबाद : ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान, चीन और तुर्किये के नापाक गठबंधन को भारत की ओर से बेनकाब किए जाने पर पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर बौखला गए हैं। चीन ने भी सफाई दी है। अपने लोगों के सामने अपनी जीत को लेकर बड़े-बड़े दावे करने वाले जनरल मुनीर ने कहा, भारत के साथ चार दिनों तक चले संघर्ष के दौरान उन्हें कोई बाहरी मदद नहीं मिली।
चीन ने कहा कि पाकिस्तान से साथ उसका रक्षा सहयोग किसी तीसरे देश पर लक्षित नहीं है। भारतीय सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने तथ्यों के साथ कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने एक सीमा पर तीन दुश्मनों को परास्त किया। पाकिस्तान सामने था और चीन ने उसे सक्रिय समर्थन दिया, संघर्ष को अपने हथियार प्रणालियों के परीक्षण के लिए लाइव लैब के रूप में इस्तेमाल किया। साथ ही तुर्किये ने पाकिस्तान को ड्रौन व सैन्य उपकरण के साथ ही सैन्यकर्मी की सेवाएं मुहैया कराई।
इसी पर जनरल मुनीर ने इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम ने कहा कि पाकिस्तान के सफल ऑपरेशन में बाहरी समर्थन के बारे में लगाए गए आरोप गैर-जिम्मेदाराना और तथ्यात्मक रूप से गलत हैं। उलटे उन्होंने भारत पर द्विपक्षीय सैन्य संघर्ष में अन्य देशों को भागीदार बताकर खेमेबाजी की राजनीति करने का आरोप बढ़ दिया। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने सफाई देते हुए कहा, भारतीय लेफ्टिनेंट जनरल की बताई बारीकियों से परिचित नहीं हूं। मैं यह कहना चाहती हूं कि चीन और पाकिस्तान पारंपरिक मित्र और पड़ोसी हैं। रक्षा और सुरक्षा सहयोग दोनों देशों के बीच सामान्य सहयोग का हिस्सा है।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान के कई सैन्य प्रतिष्ठानों को भी तबाह कर दिया था। भारत ने किसी भी आतंकी हमले पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। इससे तिलमिलाए जनरल मुनीर गीदड़ भभकी देने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि अगर हमारे आबादी वाले इलाकों, सैन्य ठिकानों, आर्थिक केंद्रों और बंदरगाहों को निशाना बनाने का प्रयास किया जाता है तो उसका मजबूती से जवाब दिया जाएगा। उन्होंने इस दावे को भी गलत बताया कि पाकिस्तान ने युद्ध खत्म कराने के लिए किसी के सामने गिड़गिड़ाया था।