नई दिल्ली/इस्लामाबाद : पाकिस्तान की सियासत में उस वक्त भूचाल आ गया जब पाकिस्तानी फौज के अफसरों के बच्चों और सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के बच्चे हुजूम बनाकर कसूर के फार्म हाउस में मौज मस्ती कर रहे थे. दुनियादारी और मुल्क की हालत से बेपरवाह होकर ये रईसजादे हर फिक्र को धुएं में उड़ा रहे थे. रसूखदार घरानों के ये चश्मोचिराग ड्रग्स, चिट्टा, शराब और… की पार्टी करके मुल्क की गराबी और कर्जे का मजाक उड़ा रहे थे.
पुलिस की रेड के दौरान दिग्गज हस्तियों के बच्चे ऊल-जलूल हरकते कर रहे थे. तब वीडियो बनाने वाले पुलिसवालों को भी नहीं पता था कि जिन युवाओं की की पार्टी में उन्होंने खलल डाला है वो ही मुल्क की हुकूमत चला रहे हैं. उन्हें नहीं पता था कि ये वीडियो बनाना उन्हें इतना महंगा पड़ेगा कि नौकरी खतरे में पड़ जाएगी.
मुल्क में बदनामी, मुंह छिपाते घूम रहे रसूखदार पाकिस्तानी : रसूखदार घरों के बच्चों ने सोचा भी नहीं होगा कि ये जो पुलिस वाले उनके घरों के बाहर खड़े होकर रखवाली करते हैं उन्हीं में से कोई उनका ऐसा वीडियो खींचकर उनके घरवालों की इज्जत का जनाजा निकाल देगा. किसने क्या कसूर किया और किसने क्या-क्या गुल खिलाए, उसके तमाम वीडियो वायरल हो रहे हैं.
सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें कथित तौर पर एक फार्म हाउस की रेव पार्टी के दौरान उच्च पदस्थ अधिकारियों और शीर्ष राजनेताओं के बच्चों को देखा जा सकता है. आपको बताते चलें कि ज़ी न्यूज़ ऐसे किसी वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
दो पुलिस वाले सस्पेंड : रेव पार्टी का भंडाफोड़ करने वाली पुलिस टीम पर आला अधिकारियों ने एक्शन लिया है. हाईप्रोफाइल घरों के 30 लड़कों और 25 लड़कियों यानी प्रभावशाली हाई प्रोफाइल लोगों के कुल 55 बच्चों का वीडियो बनाने के लिए दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. पुलिस ने बताया कि सीक्रेट इनपुट पर छापा मारा गया. आयोजकों ने गेस्ट हाउस में सामान्य पार्टी की इजाजत भी नहीं ली थी. लेकिन वहां रेव पार्टी चल रही थी. ग्रुप में 30 लड़के और 25 लड़कियां पकड़ी गईं. सबको पूछताछ के लिए मुस्तफ़ाबाद पुलिस स्टेशन ले जाया गया था, जहां अधिकारियों ने कथित तौर पर वीडियो रिकॉर्ड किया.
पाकिस्तान ऑब्जर्वर की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस को मुस्तफाबाद के एक फार्महाउस पर लाउड म्यूजिक, अश्लील डांस, शराब पीने और नशीली दवाओं के सेवन का इनपुट मिला था. किसी ने इंटरनेट पर छापेमारी का वीडियो शेयर किया जो देखते-देखते सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. करीब एक मिनट, 18 सेकेंड की वायरल क्लिप में, पुलिस को लोकेशन पर छापेमारी के बाद युवाओं को लाइन में खड़ा करते हुए देखा जा सकता है. रिपोर्ट्स के अनुसार पकड़े गए लोगों में से कई पाकिस्तान सेना के उच्च पदस्थ अधिकारियों और पीएमएल-एन राजनीतिक पार्टी के सदस्यों के बच्चे हैं. वीडियो में पुलिस मुंह छिपा रही कुछ लड़कियों को जबरन कैमरे के सामने खींचते हुई दिख रही है.
रेव पार्टी में रेड मुस्तफाबाद एसएचओ सकलैन बुखारी के नेतृत्व में डाली गई. इसके बाद फार्म हाउस में शराब की खेप और साउंड सिस्टम जब्त किए गए. जिला पुलिस अधिकारी (डीपीओ) ईसा खान ने इस रेड का आदेश दिया था. कसूर पुलिस ने एक प्रेस विज्ञप्ति में गिरफ्तार लोगों की धुंधली तस्वीरें साझा कीं और ऑपरेशन के दौरान जब्त की गई वस्तुओं की डिटेल्ड जानकारी साझा की.
वायरल वीडियो को लेकर सोशल मीडिया में लोगों का जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला. नेटिजंस ने पुलिस पर रेव पार्टी में मौजूद लोगों की गोपनीयता भंग करने और गरिमा से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया. वहीं वीडियो बनाने को लेकर पुलिस की सफाई आई है. जांच के बाद, पुलिस महकमे के आला अधिकारियों ने कसूर एसएचओ और जांच अधिकारी दोनों को सस्पेंड कर दिया है.
कोर्ट के आदेश से हुई रसूखदारों की रिहाई : कोर्ट ने सभी बंदियों के खिलाफ दर्ज मुकदमा खारिज करते हुए उनकी रिहाई का आदेश दिया है. कोर्ट ने कहा पुलिस के पास उन युवाओं को हिरासत में रखने के लिए पर्याप्त कानूनी आधार नहीं था.