पाकिस्तान : भारत की देखा-देखी, पाक डेलिगेशन को विदेशों में नहीं मिल रहा भाव; बिलावल ने बयां किया हाल

Pakistan-Delegates-Copied-India

नई दिल्ली : भारत की देखा देखी पाकिस्तान ने भी ऑपरेशन सिंदूर पर दुनिया को अपना नैरेटिव समझाने के लिए एक सर्वदलीय डेलीगेशन भेजा है लेकिन उसे कोई भी देश भाव नहीं दे रहा है. जिससे पाकिस्तान में खीज और बौखलाहट दोनों दिख रही है. डेलीगेशन की अगुवाई कर रहे पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने इस बात को कबूल किया. उन्होंने माना है कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य जगहों पर कश्मीर मुद्दे पर अपने अभियान में कोई प्रगति नहीं की है.

बात कश्मीर मसले तक नहीं पहुंची-बिलावल : बिलावल भुट्टो ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “जहां तक संयुक्त राष्ट्र और अन्य प्लेटफार्मों पर कश्मीर मुद्दे की बात है, तो हमारे सामने आने वाली बाधाएं अभी भी मौजूद हैं.” उन्होंने जोर देकर कहा कि संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों और राजनयिकों के साथ अपनी मुलाकात में उन्हें आतंकवाद और पानी जैसे मुद्दों को समझाने में तो मदद मिली लेकिन यह स्वीकार्यता कश्मीर तक नहीं पहुंची.

इस दौरान अप्रत्याशित रुख दिखाते हुए कश्मीर और गाजा को एक समान बताने के प्रयास को खारिज कर दिया. यह वाकया तब सामने आया, जब एक फिलिस्तीनी पत्रकार ने दोनों की स्थिति को एक समान बताते हुए बिलावल से सवाल पूछा.

‘गाजा और कश्मीर में कोई तुलना नहीं’ : बिलावल ने कहा, मैं शुरू से ही इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि फिलिस्तीनियों, पाकिस्तान और कश्मीर की दुर्दशा के बीच में मैं कोई सार्थक तुलना नहीं कर सकता. हम गाजा में जो देख रहे हैं, फिलिस्तीन में जो देख रहे हैं. वह सभी रूपों, रूपों बहुत अपमानजनक, अमानवीय और निंदनीय है.

भुट्टो ने आरोप लगाया कि भारत इजरायल से प्रेरणा ले रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तरह खुद को ढालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे उनके आसपास भी नहीं हैं.

आज भारतीय डेलिगेशन से होगा मुकाबला : बिलावल भुट्टो अपने डेलिगेशन के साथ बुधवार को वाशिंगटन पहुंचेंगे. उस दौरान जब सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल भी वहां होगा. विदेश नीति के एक्सपर्ट के मुताबिक, भारत की कॉपी कर पाकिस्तान ने अपना डेलिगेशन भेज तो दिया है लेकिन सच्चाई वह भी जानता है कि अब दुनिया उसके राग को सुनने को तैयार नहीं है.

एक्सपर्ट के अनुसार, अब दुनिया पहले से ज्यादा बदल चुकी है. आतंकवाद के प्रति विभिन्न देशों का नजरिया सख्त हो रहा है और भारत की साख पूरी दुनिया में बढ़ रही है. ऐसे में खुद को आतंक पीड़ित बताने का पाकिस्तान का यह दांव अब कारगर साबित नहीं हो पा रहा है. पाकिस्तानी डेलीगेशन ने अब तक जितने भी विदेशी नेताओं से बात की है, उनसे ठंडा रिस्पांस ही देखने को मिला है, जिससे पाकिस्तानी खेमे में निराशा साफ नजर आ रही है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *