नई दिल्ली : आतंक की फैक्ट्री के रूप में चर्चित पाकिस्तान में कुछ भी मुमकिन है. जैसे वाई-फाई वाला बकरा. पाकिस्तान का सोशल मीडिया इस बकरे का मुरीद बना हुआ है. कोई कह रहा है कि बकरा नाश्ता बनाता है तो कोई कह रहा है बकरा बच्चों को स्कूल पहुंचा देता है. बकरे के मालिक ने तो अजीबोगरीब दावा कर दिया और कहा कि ये बकरा इंडिया के वाई-फाई सिग्नल पकड़ता है.
पाकिस्तान में इस अजीब बकरे का दाम पहले जबरदस्त चल रहा था लेकिन अब 6 लाख रुपये पर स्थिर हो गया है. पाकिस्तान के सोशल मीडिया में ये बकरा पीएम शहबाज शरीफ से भी ज़्यादा फेमस हो चुका है. इसके पीछे की वजह ये है कि ये बकरा कद-काठी में लाजवाब है.. इसका मालिक शहबाज शरीफ से भी ज़्यादा गपौड़ी है और बकरे को लेकर इतनी लंबी-लंबी फेंकता है कि शहबाज़ एंड कंपनी भी शरमा जाए.
अब हम आपको इस बकरे की असली कहानी बताते हैं. दरअसल, 7 जून को पाकिस्तान में बकरीद है. इसका मालिक भी बकरे को कुर्बानी देने के लिए लाया था. बस गलती ये हो गई कि किसी ने बकरे की खूबसूरती की तारीफ कर दी. यह सुनते ही बकरे का मालिक फूलकर कुप्पा हो गया और बकरे के लिए टिकटॉक पर अकाउंट बना दिया और लगा लंबी-लंबी फेंकने. मजे की बात ये कि बकरा मशहूर हुआ तो यू-ट्यूब चैनल वाले भी पहुंचने लगे. बकरे का फोटो-शूट कराने लगे.
खैर अब क्या ही कहा जाए. जिस मुल्क में ना रोटी हो ना रोजगार. वहां के लोग ऐसी हरकतें नहीं करेंगे तो भला क्या करेंगे..मजे की बात ये है कि यू-ट्यूब चैनल वाले भी समझ रहे हैं कि बकरे वाला सभी को बेवकूफ बना रहा है. मगर जनाब ये पाकिस्तान हैं. यहां बेवकूफ बनने का भी अपना ही मजा है.
मालिक ने इस बकरे का दाम 6 लाख रुपये रखा है. अब ये पाकिस्तानी भूखे नहीं मरेंगे तो क्या करेंगे. जिस मुल्क में आटा ही 100 रुपये किलो है. क्या वहां कोई 6 लाख का बकरा खरीद सकता है. वो भी इस तरह का जाहिल इंसान, जो बकरे के भीतर भी फंक्शन बताता है. खैर, अभी तो बकरीद को करीब 10 दिन बाकी हैं. देखते रहिएगा अभी ये बकरों से किस-किस का बकरा बनाते हैं.