पाकिस्तान : ऑपरेशन सिंदूर के बाद PM शहबाज़ ने संसद में बोला झूठ, प्रोपेगेंडा वॉर किया शुरू

Pakistan-PM-Shahbaaz-Speaks-Lie

नई दिल्ली : भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने अपनी संसद को बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने 80 विमानों के साथ तैयारी की। शहबाज का दावा है कि जब भारतीय विमान मिसाइलों को छोड़ रहे थे तो उस समय पाकिस्तान ने पांच भारतीय विमानों को मार गिराया। इस दावे के साथ ही पाकिस्तान ने अपना प्रोपेगेंडा वॉर शुरू कर दिया है।

शहबाज के दावे पर भारत ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया : हालांकि, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के इस दावे पर अभी भारत ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि एक पूर्व भारतीय सैन्य अधिकारी ने दावा किया है कि बठिंडा में गिरा लड़ाकू विमान पाकिस्तान का जेएफ-17 है। पाकिस्तान ने इस लड़ाकू विमान को चीन से हासिल किया है। पाकिस्तान के दावे और तैयारी पर भारतीय सेना के एक पूर्व मेजर जनरल का कहना है कि भारत के पास विश्वसनीय निगरानी, मॉनिटरिंग तंत्र है। जबकि पाकिस्तान के पास पड़ोसी देश चीन के विकसित तंत्र हैं। इसकी विश्वसनीयता अभी इतनी पुख्ता नहीं है।

चीन ने प्रसारित किया पाकिस्तान का दुष्प्रचार : इससे पहले पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता ने भी भारत के पांच विमानों को मार गिराने का दावा किया था। चाइना डेली ने भी ट्विटर पर भारत के लड़ाकू विमानों को मार गिराने की पोस्ट प्रसारित की है। पाकिस्तान के हुक्मरान का दावा है कि उनके देश की सुरक्षा तैयारियां बिल्कुल चौबंद थी। उन्होंने कहा कि भारतीय लड़ाकू विमानों के पे-लोड रिलीज करते समय ही पाकिस्तानी सुरक्षा तंत्र ने भारत के राफेल और सुखोई लड़ाकू विमानों को निशाना बनाया।

शहबाज शरीफ के खोखले दावे : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के अनुसार इनमें से कुछ विमान भारत के कब्जे वाले कश्मीर में गिरे हैं और एक विमान भारत के हिस्से वाले पंजाब राज्य के बठिंडा में गिरा है। पाकिस्तान के अधिकारियों का कहना है कि बठिंडा में एक और भारत प्रशासित कश्मीर (पंपोर, अखनूर, रामबन) में तीन लड़ाकू विमान गिरे हैं। इस मामले में पाकिस्तान की सेना के एक और वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान न तो भारत के लड़ाकू विमानों ने और न ही पाकिस्तान के लड़ाकू विमान ने अपने अपने वायु क्षेत्र का कोई उल्लंघन किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *