पाकिस्तान का ‘रंगीला’ अकबर, 4 बीवियां और बस एक कमरे का घर

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नई दिल्ली : पाकिस्तान में चाहें अमीर हो चाहें गरीब, पढ़ा लिखा हो या अनपढ़. मौलवी हो चाहे आम आदमी, सारे पाकिस्तानी मर्दों में अक्सर एक बात कॉमन होती है कि सब चार शादियां करना चाहते हैं. चार शादी करने के लिए पाकिस्तानी मर्द कुछ भी करने को तैयार रहते हैं. क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर पाकिस्तानियों के अंदर चार शादियां करने का जुनून कहां से आता है और चार शादी करने वाले पाकिस्तानियों का हाल क्या होता है.

पाकिस्तानी सोशल मीडिया में कुछ दिन पहले अकबर बादशाह नहीं अकबर भाईजान ऐसे मिले हैं, जिनकी एक नहीं, दो नहीं, तीन नहीं बल्कि पूरी-पूरी चार चार बीवियां हैं. पाकिस्तानी एंकर जब जनाब अकबर के घर पहुंचीं तो उनकी बेगमों से बात करके दंग रह गईं. उन्होंने चारों से जब ये पूछा कि पाकिस्तानी मर्दों की चार शादियां करने की ख्वाहिश क्यों है? एक शादी कर लें. दो शादियां कर लें.. तीन शादियां कर लें… लेकिन वो चाहते हैं चार शादियां होनी चाहिए. क्या वजह थी? इसके जवाब में चारों ने अपने शौहर के फैसले का बचाव किया.

लड़की सिर्फ जिंदा हो तो पाकिस्तानी शादी करने को तैयार हैं. ये मज़ाक नहीं असलियत है जिसे पाकिस्तान के अंदर लोग खुद स्वीकार कर रहे हैं. लेकिन चार शादियां करने के लिए पाकिस्तान के मर्द क्यों बेकरार रहते हैं और चार शादियों का जुनून रखने वाले मर्दों का हाल कैसा होता है. ये भी जान लीजिए. जनाब कराची के रहने वाले अकबर हैं. जिनके पास मकान सिफ एक कमरे का है लेकिन बीवियां पूरी चार हैं.

एक कमरा ही अकबर का महल है. जहां अकबर की चारों बीवियां एकसाथ रहती हैं. वन बीएचके वाले अपार्टमेंट के इस घर में एक किचन, एक वॉशरूम और एक ही कमरा है. आप हैरान होंगे कि अकबर ने खाला, फूफी, मामू जिनकी लड़कियां भी शादी लायक हुईं, निकाह कर लिया. बेगम बना लिया. अकबर ने ऑन कैमरा बताया  कि ये मामू की हैं, ये आंटी की हैं, ये खाला की और वो वाली फूफी की बेटी है.

जब उनकी बेगमों से पूछा गया कि अच्छा आप मुझे ये बताएं? आप चारों एक ही कमरे में खुशी-खुशी कैसे रह लेती हैं. जवाब आया बिल्कुल खुशी से रह लेते हैं. एक बोलीं, ‘बड़ी आपी और मैं और ये हम बेड पर होते हैं और ये हमारी बिल्कुल कील सी छिपकली सी वो सोफे पर सोती है और मियां जी को हम धक्का मारकर कालीन पर गिरा देते हैं.

अकबर की सबसे छोटी बीवी ने जो कुछ बताया उसे सुनकर एंकर का भी माथा घूम गया. जिल्ले इलाही का अपने ही घर में इतना अपमान क्यों हो रहा है?

सवाल के जवाब में अकबर ने अपना दर्द बताते हुए कहा, ‘चारों में कोई जमीन पर नहीं सोना चाहती तो मजबूरी में अकेले जमीन पर सोना पड़ता है’.

दुनियावालों को लगता है चार बीवियों का शौहर किस्मतवाला है, लेकिन पाकिस्तान के अकबर बता रहे हैं कि दूसरे की थाली का भात हमेशा अच्छा लगता है. दूसरे की बीबी सबको अच्छी लगती है. तो जनाब अगर आप भी अकबर की चार घरवालियां देखकर दुखी हो रहे हों तो साहेब परेशान होने की जरूरत नहीं है.

एंकर ने पूछा कि मोहल्ले में जब आप निकलते होंगे तो बड़ी चौड़ से चलते होंगे. सवाल सुनकर मायूस अकबर ने कहा, ‘सच है नाम का ही अकबर हूं. मेरे साथ जो होता है बस मैं ही जानता हूं’.

खास बात ये भी कि चार बीवियों के बावजूद अब तक अकबर के घर कोई संतान नहीं आई. हालांकि उनकी एक बीवी ने बता ही दिया कि नए मेहमान का इंतज़ार कब ख़त्म होगा. मैडम ने कहा, ‘हमारे मियां की सैलरी बढ़ने वाली है फिर 3-4 कमरों वाला अपार्टमेंट लेंगे, तो बच्चे भी आ जाएंगे.

एंकर को ये कहना पड़ा कि ये पहला इंटरव्यू है जहां मुझे बैठने को जगह ही नहीं मिली. क्योंकि मियांजी ने पहले ही भीड़ लगा रखी है.

इस सवाल का जवाब जानकर आप भी सिर पकड़ लेंगे. अकबर ने कहा, ‘हमारे खानदान में मजबूरी है. औरतें ज्यादा और मर्द कम हैं. यहां चार क्या पांच-पांच रख लेते हैं. पाकिस्तान के अकबर ने चार शादियां कर लीं, लेकिन उनकी हालत कैसी है, आप समझ ही गए होंगे.

अकबर की तो मजबूरी है लेकिन जिन पाकिस्तानियों की एक भी शादी नहीं हुई उनकी हसरत भी चार शादियों की ही है. एक कुंवारे से पूछा गया कि पाकिस्तानी चार निकाह क्यों करते हैं, बंदा फौरन बोला- तीन शादियों से पाकिस्तानी मर्दों का दिल नहीं भरता. इस्लाम में जायज़ हैं तो फिर फायदा उठाना चाहिए. यानी घर चाहे एक कमरे का हो या न हो, लेकिन पाकिस्तान के लोग चार शादियों का मौका मिलेगा तो चूकेंगे नहीं.

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