नई दिल्ली/सिंध : सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल है. वीडियो पाकिस्तान की सिंध असेंबली का बताया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि सिंध को संकट से बचाने के लिए असेंबली में हनुमान गदा रखी गई है. खास बात ये है कि इस वीडियो के साथ जो मैसेज शेयर किए जा रहे हैं. उसमें कहा जा रहा है कि सिंध को संकटमोचन का सहारा है. तभी वो बचा हुआ है वरना उसका हाल भी बलूचिस्तान या गिलगित-बाल्टिस्तान के जैसा होता.
बाबा बागेश्वर के वीडियो पाकिस्तान में क्यों वायरल? : बाबा बागेश्वर के वीडियो अचानक पाकिस्तान में बहुत ज़्यादा देखे जाने लगे हैं और बाबा बागेश्वर के यू-ट्यूब चैनल पर हनुमान जी तलाशे जाने लगे हैं. लेकिन सवाल है कि क्यों? तो इसकी वजह है पाकिस्तान की सिंध असेंबली से आया ये वीडियो, जिसमें सभापति की सीट के ठीक सामने एक गदा जैसा हथियार दिखाई दे रहा है. जो भी इस वीडियो को देख रहा है इसे सीधे हनुमानजी के साथ जोड़ रहा है. किसी ने कहा कि पाकिस्तान का सिंध इस गदा के कारण बचा है तो कोई कहने लगा संकटमोचन का आशीर्वाद है. इसलिए सिंध शांत है .वरना इसकी हालत भी गिलगित-बाल्टिस्तान या बलूचिस्तान जैसी होती.
लेकिन सवाल ये है कि क्या वाकई सिंध असेंबली में गदा रखी गई है. क्या वाकई इसका कनेक्शन हनुमानजी के साथ है? सवाल ये भी है कि पाकिस्तानी बजरंगबली के बारे में कितना जानते हैं? तो जैसे ही गदा और हनुमानजी को लेकर पाकिस्तानियों से पूछा तो उन्होंने तो पूरा हनुमान चालीसा ही पढ़ दिया. मजे की बात ये है कि पाकिस्तानियों को ना केवल हनुमान चालीसा का ज्ञान है बल्कि वो महादेव के बारे में भी डिटेल जानकारी रखते हैं.
सिंध असेंबली में आसन के सामने रखी गई गदा : हमने जब इंटरनेट से इस गदा को लेकर जानकारी जुटाई तो पता चला कि सिंध की असेंबली में रखा ये राजदंड है. ऐसा ही राजदंड भारत की नई संसद में भी है. अब चूंकि इस राजदंड की आकृति हनुमानजी के गदा की तरह है. लिहाजा लोग इसे बजरंग बली के साथ जोड़ रहे हैं। खासकर पाकिस्तानियों को इसे देखकर हनुमान जी के किस्से याद आ रहा हैं.
अब इन पाकिस्तानियों के लिए तालियां तो बनती हैं…क्योंकि हिंदुओं के किसी आराध्य देव को लेकर मुसलमानों में इतनी दिलचस्पी होगी. इसकी कल्पना तो शायद ही किसी भारतीय ने की होगी. चौंकाने वाली बात ये कि कुछ पाकिस्तानियों का तो इतना भी विश्वास है कि हनुमान चालीसा सुनने से भूत-चुड़ैल तक भाग जाते हैं.
भगवान हनुमान के बारे में जान रहे पाकिस्तानी : बता दें कि सिंध असेंबली में रखे गदानुमा राजदंड का भले ही हनुमानजी के साथ सीधा कोई कनेक्शन हो. मगर इसके बारे में जो दलील दी जाती है, वो काफी हद तक बजरंगबली के चरित्र से मेल खाती है. मसलन सभापति के आसन के सामने इस राजदंड को रखने का मतलब ये होता है कि इस सीट पर बैठने वाला इंसान क्रोध…लालच…अहकांर, वासना और किसी के प्रति लगाव से मुक्त होता है. अब हनुमानजी भी इन पांचों चीजों परे माना जाता है. यानी उन्हें कोई भी बंधन नहीं बांध सकता है. यही वजह है कि हनुमानजी को लेकर पाकिस्तान तक में चर्चा की जा रही है.
कुल मिलाकर इस गदा को लेकर पाकिस्तानियों भले ही ज़्यादा कुछ नहीं जानते हों. मगर हनुमानजी को लेकर उनके पास भरपूर जानकारी हैं. अब हो भी क्यों नहीं. आखिर DNA तो भारतीय ही है ना मतलब सनातनी.