पाकिस्तान : बिलबिलाता PAK देने लगा शांति की दुहाई, PM मोदी ने ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ पर चेताया था

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नई दिल्ली/इस्लामाबाद : ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री (पीएम) नरेंद्र मोदी के देश के नाम पहले संबोधन से आतंक के सरपरस्त पाकिस्तान की एक बार फिर बौखलाहट सामने आई है। उसने प्रधानमंत्री के भाषण की आलोचना की है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी कि भारत अब ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ से डरने वाला नहीं है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने यह भी साफ शब्दों में कहा कि आतंक (टेरर) और बातचीत (टॉक) या आतंक और व्यापार (ट्रेड) एक साथ नहीं चल सकते।

पीएम मोदी के बयान से बिगड़ सकते हैं हालात : इससे बिलबिलाए पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के बयान ‘उकसाने वाले’ हैं। ऐसे समय में जब दुनिया क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए प्रयास कर रही है, उनकी बातों से हालात बिगड़ सकते हैं। पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि वह संघर्ष विराम समझौते का पालन कर रहा है और तनाव कम करने और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए जरूरी कदम उठाने के पक्ष में है।

पहलगाम हमले के बाद भारत ने शुरू किया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ : भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। इस सैन्य मिशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सशस्त्र बलों ने ताबड़तोड़ हमले किए। इसके बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिशें कीं। लेकिन भारत ने अपनी एस-400, आकाश जैसी वायु रक्षा प्रणाली से उसकी मिसाइलों और ड्रोन को हवा में ही नष्ट कर दिया। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों और उसकी रडार प्रणाली को ध्वस्त किया।

भारतीय सेना के हमलों से संघर्ष विराम के लिए गिड़गिड़ाया पाकिस्तान : भारत के ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद पाकिस्तान के डीजीएमओ ने संघर्ष विराम की गुजारिश करते हुए कहा कि शत्रुता को छोड़ देते हैं। इसके बाद शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष खत्म करने पर सहमति बनी। इसके बाद से पाकिस्तान का सैन्य नेतृत्व और सरकार अपनी जनता की नजरों में धूल झोंकने और अपमान से बचने के लिए झूठा जीत का जश्न मना रहा है।

पीएम मोदी के भाषण पर क्या बोल रहा पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय : पीएम मोदी के भाषण से तिलिमिलाए पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा, पाकिस्तान को संघर्ष विराम के लिए मजबूर बताया जाना एक झूठ है। उसने आरोप लगाया कि भारत के कदम खतरनाक मिसाल बनाते हैं और पूरे क्षेत्र को संकट की ओर धकेलते हैं। बयान में यह भी कहा गया कि कोई भी देश संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों और उद्देश्यों को चुनौती नहीं दे सकता और पाकिस्तान ने अपनी संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और लोगों की सुरक्षा की रक्षा करके इसे सिद्ध किया है। बता दें कि भारत के डीजीएमओ, विदेश मंत्रालय और प्रधानमंत्री मोदी अपने बयान में साफ कह चुके हैं कि पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम का आग्रह किया गया था। भारत की सैन्य कार्रवाई से घबराए पाकिस्तान ने कहा, हम आने वाले दिनों में भारत की हर गतिविधि पर नजर रखेंगे और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी ऐसा ही करने की अपील करते हैं।

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