नई दिल्ली : भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का जो एक हफ्ते का अल्टीमेटम दे रखा था, सोमवार को उसका आखिरी दिन है. इस आदेश का उल्लंघन करने वालों को तीन साल जेल में डाला जा सकता है और तीन लाख जुर्माना लगाया जा सकता है. अब तक 537 पाकिस्तानी नागरिक स्वदेश लौट चुके हैं.
मोदी सरकार ने रविवार शाम को चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि तय अवधि में भारत नहीं छोड़ने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया जा सकता है. उन्हें तीन साल जेल और 3 लाख का जुर्माना भुगतना पड़ सकता है. सरकार ने सख्त लहजे में कहा है कि वीजा शर्तों का उल्लंघन करने या निश्चित अवधि से देश में ठहरने पर कड़ी कार्रवाई होगी. सार्क वीजा के तहत भारत में आने वालों को तो 26 अप्रैल तक ही देश से निकल जाने को कहा गया था. मेडिकल वीजा की 29 अप्रैल है.
लघु अवधि वीजा धारकों के लिए समय सीमा खत्म होने के बाद 72 घंटों में 537 पाकिस्तान नागरिक अटारी बॉर्डर से लौट गए हैं. जबकि इसी अवधि में 850 भारतीय नागरिक स्वदेश आए हैं. रविवार को 237 पाकिस्तानी लौटे और 116 भारतीय देश आए.
मेडिकल वीजा में मरीज के साथ दो तीमारदार भी आए सकते हैं. चिकित्सा वीजा पर आए नागरिकों को सभी दस्तावेजों के साथ अटारी बॉर्डर पहुंचने को कहा गया है, ताकि उन्हें परेशानी न झेलनी पड़े. मेडिकल वीजा धारकों को अपने इलाज के दस्तावेज तैयार रखने को कहा गया है, ताकि जांच के दौरान उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो. भारत ने नई दिल्ली के पाकिस्तानी उच्चायोग में सैन्य सलाहकारों को भी 30 अप्रैल तक भारत छोड़ने का अल्टीमेटम दिया है. इसकी अवधि भी 24 घंटे में पूरी हो रही है.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी. भारतीय नौसेना ने समुद्र में युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है. इंडियन एयरफोर्स भी जवाबी तैयारियों में जुटी है. थल सेना की भी सीमा पर हलचल से पाकिस्तानी फौज की धड़कनें बढ़ी हैं.