हैदराबाद : इन दिनों भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर के प्रमुख चिन्मय कृष्णा दास की गिरफ्तारी के बाद एक बवाल मचा हुआ है. उन्हें 31 अक्टूबर को दर्ज एक मामले के संबंध में अरेस्ट किया गया गया है. इस बीच हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु के गिरफ्तारी पर आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने इसे “दुखद” करार दिया है और इंटरनेशनल कम्युनिटी कि ओर से धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ किये जा रहे भेदभावपूर्ण व्यवहार पर दोहरे मापदंड अपनाने की आलोचना की. पवन कल्याण ने इशारों- इशारों में कहा कि जब फिलिस्तीन जैसे मुद्दों पर विश्व भर में एकजुटता देखने को मिलती है, लेकिन बांग्लादेश जैसे मामलों में किसी का ध्यान नहीं जाता है.
पवन कल्याण ने कहा, “वहां जो कुछ हो रहा है, उसे देखना बहुत दुखद है. यदि फिलिस्तीन में कुछ होता है, तो पूरा पारिस्थितिकी तंत्र उनके दर्द को दोहराएगा, लेकिन जब यह बांग्लादेश में होता है, तो कोई भी प्रतिक्रिया नहीं करता है.”
भारत ने जताई चिंता : बता दें कि भारत ने बांग्लादेश में हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और उन्हें जमानत न दिए जाने पर गहरी चिंता जताई है. भारत ने बांग्लादेशी अधिकारियों से अपील की है कि वे न केवल हिंदू समुदाय, बल्कि सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें.