नई दिल्ली : पहलगाम आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई. हमले में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों का रो- रो कर बुरा हाल हो गया है. हमले के बाद भारत एक्शन प्लान बना रहा है. लगातार बैठकों का दौर चल रहा है. भारत के लड़ाकू विमान कड़ा अभ्यास कर रहे हैं. इसी बीच नेपाल-ऑस्ट्रेलिया में पाकिस्तान एंबेसी के बाहर हमले को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.
ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन : इस हमले का विरोध वैश्विक स्तर पर देखा जा रहा है. भारतीय समुदाय के सदस्यों ने ऑस्ट्रेलिया में पाकिस्तान एंबेसी के बाहर कड़ा विरोध करते हुए प्रदर्शन किया. लोगों ने हमले की निंदा की और मेलबर्न के फेडरेशन स्क्वायर पर इकट्ठा हुए. इन लोगों के हाथ में तिरंगा नजर आ रहा है. साथ ही साथ हाथों में भगवा झंडा भी है.
नेपाल में प्रदर्शन : ऑस्ट्रेलिया के अलावा काठमांडू में पाकिस्तान दूतावास के पास लोगों ने हमले का कड़ा विरोध करते हुए प्रदर्शन किया. इन प्रदर्शनकारियों के हाथ में एक पोस्टर भी नजर आ रहा है जिसमें पाकिस्तान मुर्दाबाद लिखा है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बता दें कि 6 आतंकवादियों के घर गिराए जा चुके हैं. सेना ने त्राल, अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां में सर्च ऑपरेशन के दौरान यह एक्शन लिया है. अनंतगाम से 175 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. साथ ही साथ बता दें कि असम, गुजरात सहित देश के कई हिस्सों में पुलिस संदिग्धों को गिरफ्तार कर रही है.
हमले के बाद भारत के फैसले : पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने कई बड़े फैसले लिए. जिसके तहत सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया गया. इसके अलावा अटारी- वाघा चेकपोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया. एक मई से पहले पाकिस्तानियों को वापस जाने को कहा गया. इसके अलावा कई और बड़े फैसले लिए गए. बता दें कि हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी विंग द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है. TRF को पाकिस्तान आर्मी शह देती है.