नई दिल्ली : इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने के लिए भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने बड़ा कदम उठाया है. चारों देशों के कोस्ट गार्ड ने मिलकर नया मिशन शुरू किया है, जिसका नाम है QUAD एट सी शिप ऑब्जर्वर मिशन.
इस मिशन का उद्देश्य है कि क्वाड देशों के बीच समुद्री जागरूकता और प्रतिक्रिया को बेहतर बनाया जाए, साथ ही क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता को भी बढ़ावा दिया जाए. इस मिशन के तहत चारों देशों के दो-दो अधिकारी, जिनमें महिला अधिकारी भी शामिल हैं, एक साथ अमेरिकी कोस्ट गार्ड के जहाज यूएससीजीसी स्ट्रैटन (USCGC Stratton) पर तैनात हुए हैं. यह 418 फीट लंबा जहाज है जो फिलहाल गुआम की ओर जा रहा है.
यह मिशन पिछले साल सितंबर में हुई QUAD लीडर्स समिट में अपनाई गई विलमिंगटन घोषणा का हिस्सा है. इसका मकसद इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को खुला, सुरक्षित और नियम आधारित बनाए रखना है. पहली बार ऐसा हुआ है जब भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के कोस्ट गार्ड अफसर एक ही जहाज पर एक साथ काम कर रहे हैं. इससे चारों देशों के बीच तालमेल, भरोसा और समंदर की निगरानी करने की ताकत और मजबूत होगी.
भारतीय कोस्ट गार्ड की इसमें सक्रिय भागीदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के SAGAR विज़न यानी क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास के तहत है. यह हिंद-प्रशांत महासागर में भारत की समुद्री रणनीति को और मजबूती देता है. QUAD एट सी मिशन से चारों देशों के कोस्ट गार्ड के बीच आपसी सहयोग और बढ़ेगा और आने वाले समय में समंदर में साझा सुरक्षा और मदद की ताकत और मजबूत होगी.
क्वाड (QUAD) एक रणनीतिक मंच है जिसमें भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं. यह मंच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता, समृद्धि और खुलेपन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. ‘क्वाड एट सी शिप ऑब्जर्वर मिशन’ इस प्रतिबद्धता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो समुद्री सहयोग और सुरक्षा को मजबूत करने पर केंद्रित है. यह मिशन, क्वाड देशों के कोस्ट गार्ड्स को एक साथ लाता है, ताकि वे समुद्री क्षेत्र में एक-दूसरे के साथ मिलकर काम कर सकें.