झारखंड : अधिकारियों को टारगेट कर रहे साइबर ठग, IAS भजंत्री के नाम से बनाई फर्जी प्रोफाइल

Ranchi-DC-Fake-Profile

रांची : रांची के उपायुक्त आईएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री के नाम से एक फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया गया है. इस अकाउंट से 2000 से ज़्यादा लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गईं. जिला प्रशासन ने इस बारे में जनता को सचेत किया है और साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.

आधुनिकता के इस दौर में आम जनता की बात छोड़िए अब तो आईएएस-आईपीएस भी साइबर अपराधियों के रडार पर हैं. ऐसा ही कुछ अजीबोगरीब मामला झारखंड की राजधानी रांची से प्रकाश में आया है. जहां रांची के उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी आईएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री के नाम से एक फर्जी फेसबुक आईडी बनाई गई. और तो और मंजूनाथ भजंत्री की तस्वीर भी इस प्रोफाइल में लगाई गई. इस आईडी से 2000 से ज्यादा लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा गया और फ्रेंड भी बना लिया.

आईएएस अधिकारी की तस्वीर, नाम और डिप्टी कमिश्नर के नाम वाली प्रोफाइल से भेजी गई फ्रेंड रिक्वेस्ट देख आम जनता भ्रमित होकर उसे एक्सेप्ट भी कर रही थी. लोगों को लग रहा था डीसी साहब ने उन्हें फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी है. आम लोगों को कहां पता था कि यह रांची के डिप्टी कमिश्नर आईएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री नहीं बल्कि उनके नाम से साइबर अपराधियों के द्वारा ठगी और लूट को अंजाम देने के उद्देश्य से बनाई गई फेक प्रोफाइल है जिससे उन्हें रिक्वेस्ट आया है.

रांची के उपायुक्त- सह -जिला दंडाधिकारी आईएएस मंजूनाथ भजंत्री के नाम पर बनी फेक प्रोफाइल की सूचना जैसे ही जिला प्रशासन को लगी हड़कंप मच गया. तत्काल रांची जिला जनसंपर्क कार्यालय के द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी रांची के नाम से बनी फेक फेसबुक आईडी की जानकारी आम लोगों को दी गई है. साथ ही साथ आम लोगो से अपील करते हुए कहा गया है कि फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट ना करें क्योंकि यह साइबर अपराधियों के द्वारा केवल ठगी और धोखाधड़ी के उद्देश्य से बनाया गया है.

जिला जनसम्पर्क कार्यालय रांची के द्वारा जारी किए गए अधिसूचना में बताया गया है कि उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी रांची, मंजूनाथ भजंत्री के नाम से एक फर्जी फेसबुक आईडी (https://www.facebook.com/share/1Byb6iUvCy/) बनाई गई है, इस फर्जी आईडी के माध्यम से असामाजिक तत्वों द्वारा आम नागरिकों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जा रही हैं, जिसका उद्देश्य लोगों को ठगी और धोखाधड़ी का शिकार बनाना है.

अधिसूचना में कहा गया कि मंजूनाथ भजंत्री का इस फर्जी फेसबुक आईडी से कोई संबंध नहीं है. जिला प्रशासन के द्वारा इस फर्जीवाड़े के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. दोषियों के विरुद्ध प्राथमिकी (FIR) दर्ज की जा रही है, और संबंधित साइबर क्राइम यूनिट इस मामले की गहन जांच कर रही है. 2011 बैच के आईएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री उस वक्त चर्चा में आए थे जब वो देवघर के उपायक्त थे और उनकी गोड्डा के बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के साथ तनातनी बढ़ी थी.

इससे पूर्व झारखंड के पुलिस कप्तान डीजीपी अनुराग गुप्ता के नाम पर फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाई गई थी. और साइबर अपराधियों के द्वारा लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जा रही थी. मामला तब प्रकाश में आया जब डीजीपी अनुराग गुप्ता के नाम से बनी फर्जी फेसबुक प्रोफाइल में उनके नाम की स्पेलिंग ही गलत थी. बाद में उक्त फर्जी अकाउंट के खिलाफ साइबर सेल में शिकायत करते हुए फर्जी अकाउंट को बंद करने की कार्रवाई की गई थी.

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