यूपी : संभल में मिली बावड़ी में युवक ने किया शंखनाद-पंपलेट बांटा, पुलिस को चकमा देकर भाग निकला

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संभल : उत्तर प्रदेश के संभल में मुस्लिम बहुल मोहल्ला लक्ष्मण गंज के खाली प्लॉट में मिली बावड़ी की खुदाई के दौरान रविवार की दोपहर करीब 12 बजे एक युवक ने बावड़ी में उतर कर शंखनाद कर दिया। शंखनाद सुनकर पुलिस के होश उड़ गए। पुलिस युवक को पकड़ने दौड़ी तो वह चकमा देकर भाग निकला। पुलिस युवक को तलाश कर रही है। वहीं दूसरे समुदाय के लोगों का कहना है कि माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले शरारती तत्वों पर कार्रवाई की जाए।

रोजाना की तरह रविवार को भी सुबह 10 बजे नगर पालिका परिषद की टीम मजदूरों के साथ मौके पर पहुंची और बावड़ी के अन्य हिस्से की तलाश के लिए खोदाई का कार्य शुरू किया गया। दोपहर करीब 12 बजे मजदूरों की तीन टीमें अलग-अलग स्थानों पर लगी थीं। उसी समय एक युवक बावड़ी में पहुंचा। युवक कुर्ता पायजामा पहने था और गले में पीले रंग का पटका पड़ा था। बावड़ी में उतर कर युवक ने अपनी जेब से शंख निकाला और बजाना शुरू कर दिया।

शंखनाद की आवाज सुन कर मौजूद कोतवाली पुलिस दौड़ कर मौके पर पहुंची। इससे पहले ही युवक चकमा देकर भाग निकला। इतना ही नहीं युवक ने वहां मौजूद कुछ लोगों को गृहमंत्री अमित शाह को संबोधित प्रार्थना पत्र भी बांटे। प्रार्थना पत्र में मुकेश गुप्ता की ओर से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से चंदौसी आगमन के लिए निवेदन किया गया है। सूचना पाकर प्रभारी निरीक्षक रेनू सिंह भी पहुंच गईं और जानकारी की। उधर शंखनाद से मुस्लिम समाज के लोगों ने रोष जाहिर किया।

शंखनाद के बाद पुलिस ने की सख्ती : बावड़ी में शंखनाद के बाद पुलिस ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। शंखनाद के बाद पुलिस गली के गेट पर मुस्तैद हो गई और बावड़ी देखने आने वाले बाहरी लोगों को बावड़ी की ओर जाने से रोकती रही। जिससे काफी लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा।

पंद्रह फीट तक हुई कुआं की खुदाई, एक गलियारे का लेंटर टूटा निकला : लक्ष्मणगंज में आठवें दिन रविवार को भी बावड़ी को अस्तित्व में लाने के लिए खोदाई का कार्य किया गया। बावड़ी का दोनों ओर का सिरा और कुएं की तलाश में खुदाई गई। 15 फीट तक कुआं की तलाश में खुदाई की जा चुकी है। वहीं गलियारे में एक साइड का लिंटर टूटा निकला है। हालांकि गलियारों से मिट्टी निकालने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।

रविवार की सुबह 10 बजे पालिका की टीम बावड़ी स्थल पर पहुंची। जहां मजदूरों की तीन टीमें बनाकर कार्य शुरू किया गया। एक टीम कुएं की तलाश में खुदाई में लग गई तो एक टीम गलियारों से मिट्टी निकालने और एक टीम बावड़ी के प्रवेश द्वार की ओर खोदाई में जुट गई। माना जा रहा है जहां कुआं है, वहां चारों ओर दरवाजे बने हैं। इसके बाद गलियारा और दीवार है। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि बावड़ी का भवन यहीं तक है। कुएं की तलाश में 15 फीट तक मिट्टी निकाल ली गई है। हालांकि बावड़ी का अस्तित्व सामने आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।

वहीं सीढ़ियों से बावड़ी में उतरने के बाद दूसरी ओर के गलियारे से मिट्टी निकालने के दौरान लिंटर का बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे आ गया है। लिंटर टूटा निकला है। उधर बावड़ी के प्रवेश द्वार की ओर भी मिट्टी निकालने का कार्य किया गया। वहां मकान के नीचे डेढ़ फीट अंदर तक बावड़ी की दीवार नजर आ रही है।

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