नई दिल्ली/दमिश्क : सीरिया से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां रविवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क के पास स्थित द्वैला इलाके में एक भयानक आत्मघाती हमला हुआ। यह हमला उस समय हुआ जब मार एलियास चर्च में बड़ी संख्या में लोग प्रार्थना कर रहे थे। हमलावर ने चर्च के भीतर घुसकर पहले गोलीबारी की और फिर खुद को विस्फोटक बेल्ट से उड़ा लिया।
मामले में सरकारी समाचार एजेंसी के मुताबिक इस हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई है। वहीं ब्रिटेन की मानवाधिकार संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स का कहना है कि कुल 30 लोग हताहत हुए हैं, हालांकि उसने सटीक आंकड़े नहीं दिए। कुछ स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार घायलों में बच्चे भी शामिल हैं।
हमले से दहल उठा सीरिया : घटना के बाद सुरक्षा बल और राहत दल मौके पर पहुंचे। चर्च के अंदर की तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें सीटों पर मलबा और खून के धब्बे दिखाई दे रहे हैं। कई लोग सदमे में हैं और चर्च के बाहर रोते-बिलखते नजर आए। यह हमला वर्षों बाद सीरिया में किसी चर्च पर हुआ बड़ा आत्मघाती हमला है, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया है।
आईएसआईएस से जुड़ा था हमला : वहीं मामले में गृह मंत्रालय ने बताया कि हमलावर इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) से जुड़ा एक चरमपंथी था। वह दो अन्य लोगों के साथ आया था, जो हमला होते ही फरार हो गए। चश्मदीदों के मुताबिक हमलावर ने चर्च के बाहर से फायरिंग शुरू की और फिर अंदर घुसकर खुद को उड़ा लिया।
सीरियाई सूचना मंत्री ने बताया कायरतापूर्ण हमला : इस हमले के बाद देशभर में शोक की लहर दौर उठी। जहां सीरियाई सूचना मंत्री हाम्जा मुस्तफा ने इस घटना को कायरतापूर्ण आतंकवादी हमला बताया। साथ ही कहा कि यह हमारे सामाजिक मूल्यों के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार देशवासियों की सुरक्षा के लिए पूरी ताकत से जवाब देगी और चरमपंथी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।