नई दिल्ली : टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के बाजार मूल्यांकन में दो दिन में 28,148.72 करोड़ रुपये की गिरावट आई है। कंपनी ने घोषणा की है कि वह इस साल अपने वैश्विक कार्यबल में से करीब 12,000 कर्मचारियों की छंटनी करेगी। मंगलवार को बीएसई पर आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी के शेयर 0.73 फीसदी गिरकर 3,056.55 रुपये पर बंद हुए। कारोबार के दौरान यह 1.23 फीसदी गिरकर 3,041 रुपये पर बंद हुआ।
एनएसई पर यह 0.72 प्रतिशत गिरकर 3,057 रुपये पर आ गया। सोमवार को टीसीएस के शेयरों में करीब 2 प्रतिशत की गिरावट आई थी। दो कारोबारी दिनों में शेयर में 2.48 प्रतिशत की गिरावट आई है। टीसीएस का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) दो दिनों में 28,148.72 करोड़ रुपये घटकर 11,05,886.54 करोड़ रुपये रह गया।
भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टीसीएस इस वर्ष अपने वैश्विक कार्यबल के लगभग 2 प्रतिशत या 12,261 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है, जिनमें से अधिकांश मध्यम और वरीय स्तर के कर्मचारी होंगे। 30 जून, 2025 तक, टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या 6,13,069 थी। हाल ही में समाप्त जून तिमाही में इसने अपने कर्मचारियों की संख्या में 5,000 की वृद्धि की। टीसीएस ने एक बयान में कहा कि यह कदम कंपनी की “भविष्य के लिए तैयार संगठन” बनने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जो प्रौद्योगिकी, एआई की तैनाती, बाजार विस्तार और कार्यबल के पुनर्गठन में निवेश पर केंद्रित है।
कंपनी ने कहा, ” कंपनी में कई पुनर कौशल और पुनर्नियोजन पहल चल रही हैं। इस यात्रा के एक भाग के रूप में, हम संगठन से उन सहयोगियों को भी मुक्त करेंगे जिनकी तैनाती संभव नहीं हो सकती है। इसका प्रभाव हमारे वैश्विक कार्यबल के लगभग 2 प्रतिशत पर पड़ेगा और इसमें मुख्यतः मध्य और वरिष्ठ ग्रेड के कर्मचारी होंगे।”
टीसीएस प्रभावित कर्मचारियों को उचित लाभ, आउट प्लेसमेंट, परामर्श और सहायता प्रदान करेगी। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब भारत की शीर्ष आईटी सेवा कंपनियों ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में एकल अंक में राजस्व वृद्धि दर्ज की है।