जम्मू : जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में एक बेहद ही दिल दहला देना वाला वीडियो सामने आया है। वीडियो इतना भयावह है कि हम आपको दिखा नहीं सकते लेकिन जो बात वीडियो में कही गई है वो बता रहे हैं। एक महिला रोती हुई मदद मांग रही है वह वहां मौजूद किसी स्थानीय व्यक्ति से कह रही है कि आतंकी धर्म पूछ-पूछकर लोगों को गोली मार रहे थे।
ये मुस्लिम नहीं और मार दी गोली : मैं और मेरे पति यहां पर बैठकर भेल खा रहे थे। इस बीच आतंकी आते हैं और कहते हैं ये मुस्लिम नहीं लग रहे, इन्हें मार दो और मेरे पति को गोली मार दी। वहीं एक अन्य महिला कहती हुई नजर आ रही है कि मेरे पति को बचा लो…वो वहां पर पड़े हैं। वहीं एक अन्य महिला अपने पति को कुर्सी पर बैठाए हुए है और कहती हुई नजर आ रही है कि प्लीज मेरी मदद करो। इन्हें गोली लगी है।
‘कोई मेरे बेटे को बचा लो’ : वीडियो में एक अन्य महिला कहती हुई नजर आ रही है कि कोई मेरे बेटे को बचाए। इस पर स्थानीय व्यक्ति पूछता है कि कहां है आपका बेटा। महिला घास के मैदान की तरफ इशारा करके बताती है कि वहां है। इस पर स्थानीय कहता है कि आप चिंता मत करो हम हैं आपकी मदद के लिए।
हमले में एक के मरने की पुष्टि, सात घायल : हमले में एक की मौत और सात अन्य लोगों के घायल होने की पुष्टि हो चुकी है। घटना की सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों की टीम क्षेत्र में भेजी गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि फायरिंग की आवाजें सुनते ही सुरक्षाबलों को बायसरन क्षेत्र में भेजा गया, जो एक नॉन-मोटरेबल इलाका है। घटना से संबंधित अतिरिक्त जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है। क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन और स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है। यह हमला हुआ जब पहलगाम पर्यटकों से भरा हुआ था।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन ‘कश्मीर रेजिस्टेंस’ ने ली है. आतंकियों के इस हमले में एक पर्यटक की मौत हो गई है जबकि 7 अन्य घायल हुए हैं जिन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह हमला उस समय हुआ जब पर्यटक अपने परिवार के साथ घुड़सवारी कर रहे थे.
आतंकवादी संगठन ‘कश्मीर रेजिस्टेंस’ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए कहा है कि गैर-स्थानीय लोगों को 85000 से ज्यादा निवास-पत्र जारी किए गए हैं, जिससे यहां जनसांख्यिकीय परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त हुआ है. ये गैर-स्थानीय लोग पर्यटक बनकर आते हैं, निवास-पत्र प्राप्त करते हैं और फिर ऐसा व्यवहार करने लगते हैं मानो जमीन के मालिक वे ही हैं. नतीजतन, अवैध रूप से बसने की कोशिश करने वालों के खिलाफ हिंसा की जाएगी.