यूपी : जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के चार करीबी भी थे शामिल, मजार पर त्रिशूल लगाकर अवैध धर्मांतरण

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बलरामपुर से गिरफ्तार जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के चार करीबी पूर्वांचल के जिलों में अवैध धर्मांतरण कराते थे। उनके खिलाफ दो वर्ष पूर्व आजमगढ़ में अवैध धर्मांतरण कराने का मुकदमा भी दर्ज हुआ था। छांगुर की करतूतों का खुलासा करने के दौरान एसटीएफ को चारों के खिलाफ पुख्ता सुबूत मिले थे, जिसके बाद एटीएस थाने में एसटीएफ द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में भी चारों को नामजद किया गया था।

बता दें कि आजमगढ़ के थाना देवगांव में 25 मई 2023 को अवैध धर्मांतरण कराने का मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसमें 18 लोग नामजद हुए थे। इनमें छांगुर के करीबी बलरामपुर निवासी मोहम्मद सबरोज, रशीद, शहाबुद्दीन और गोंडा निवासी रमजान शामिल थे। इसके अलावा आजमगढ़ निवासी अवधेश सरोज उर्फ वकील, ऊषा देवी, पन्ना लाल गुप्ता, सिकंदर, हसीना, कुंदन बेनवंशी, आकाश सरोज मऊ निवासी मोहम्मद जावेद, परवेज आलम, इरफान अहमद, साबिर अली, जावेद अहमद और जौनपुर निवासी फैयाज को भी नामजद किया गया था।

इस प्रकरण की जांच में छांगुर का अवैध धर्मांतरण के रैकेट का आजमगढ़ पुलिस पता नहीं लगा सकी थी। हालांकि बाद में जब छांगुर की जांच एसटीएफ ने शुरू की तो बलरामपुर के चारों युवकों का नाम भी सामने आया, जिसके बाद नवंबर 2024 में छांगुर समेत नौ नामजद आरोपियों की फेहरिस्त में मोहम्मद सबरोज, रशीद, शहाबुद्दीन और रमजान को नामजद किया गया।

मजार पर त्रिशूल लगाकर धर्मांतरण : आजमगढ़ के देवगांव थाना क्षेत्र के ग्राम चिरकिहिट में पुलिस को अवैध तरीके से धर्मांतरण कराने की सूचना मिली थी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो वहां तमाम गाड़ियों से आए लोग मजारनुमा स्थान पर त्रिशूल लगाकर, उस पर फूल, माला आदि डालकर कव्वाली गाते हुए तकरीरें पढ़ रहे थे। वह मुस्लिम धर्म की तारीफ करने के साथ हिंदू धर्म की मान्यताओं को पाखंड व झूठ बता रहे थे। जांच में पता चला कि वहां प्रलोभन देकर हिंदुओं को मुस्लिम बनाया जा रहा था। इसके बाद पुलिस ने सभी 18 आरोपियों को गिरफ्तार तो किया, लेकिन विवेचना के दौरान अवैध धर्मांतरण के मास्टरमाइंड छांगुर तक नहीं पहुंच सकी।

ईडी ने सात बैंक खातों का जुटाया ब्योरा : वहीं दूसरी ओर ईडी ने छांगुर के करीबी नवीन रोहरा के सात बैंक खातों का ब्योरा जुटा लिया है। वहीं शेष डेढ़ दर्जन खातों की जानकारी अभी नहीं मिली है। ईडी ने बलरामपुर और आसपास के जिलों में छांगुर और उनके करीबियों के नाम पर खरीदी गई संपत्तियों का ब्योरा उप निबंधक कार्यालयों से मांगा है, जिसकी जानकारी मिलने के बाद जांच रफ्तार पकड़ेगी।

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