बलरामपुर : अवैध धर्मांतरण और देश विरोधी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार जमालुद्दीन उर्फ छांगुर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। छांगुर के 14 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को छापा मारा। इनमें से 12 ठिकाने यूपी के बलरामपुर जिले के अतरौला जबकि दो महाराष्ट्र के मुंबई में हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया, ईडी छांगुर के खिलाफ धर्मांतरण से जुड़े संभावित धनशोधन व विदेशी फंडिंग के पहलुओं की जांच कर रही है। इसी कड़ी में सबूत जुटाने के लिए सुबह पांच बजे छापे मारे गए। इस दौरान कई दस्तावेज व डिजिटल उपकरण कब्जे में लेकर जांच की जा रही है।
ईडी ने 9 जुलाई को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत छांगुर पर मुकदमा (ईसीआईआर) दर्ज किया। जांच में छांगुर से जुड़े 40 बैंक खातों में 106 करोड़ रुपये होने का पता चला। इसमें ज्यादातर राशि पश्चिम एशिया के देशों से मिली है। अधिकारियों ने बताया कि जांच का उद्देश्य छांगुर से जुड़े व्यक्तियों व संगठनों की ओर से प्राप्त विदेशी चंदे के स्रोत और उसके अंतिम उपयोग का पता लगाना है। संदेह है कि इन पैसों का इस्तेमाल धर्मांतरण में किया गया है।
ईडी ने मुंबई में शहजाद शेख उर्फ इलियास शेख के माहिम और ब्रांदा इलाके में स्थित ठिकानों को भी खंगाला है, जिसके खाते में एक करोड़ रुपये छांगुर ने भेजे थे। वहीं लखनऊ के चिनहट इलाके में छांगुर के मददगार सीजीएम बलरामपुर कार्यालय के बाबू राजेश उपाध्याय के आवास को भी खंगाला गया है।
सूत्रों की मानें तो ईडी ने बलरामपुर के उतरौला में छांगुर के उन सभी ठिकानों को खंगाला है, जहां एटीएस पहले ही छानबीन कर चुकी है। इस प्रकरण में शहजाद शेख का नाम पहली बार सामने आया है, जिसके खाते में छांगुर ने एक करोड़ रुपये भेजे थे। छापों के दौरान ईडी ने कई संपत्तियों के दस्तावेज, सोना, नकदी और लग्जरी गाड़ियों को बरामद किया है। साथ ही, दुबई, यूएई और नेपाल से हुई फंडिंग के सुराग भी जुटाए है। इस दौरान ईडी के अधिकारियों ने छांगुर के करीबियों से पूछताछ भी की। ईडी की टीमें उन सभी ठिकानों पर भी छापा मारा, जिनको छांगुर और उसके करीबियों ने खरीदा था। इसके दस्तावेज बलरामपुर के उप निबंधक कार्यालय ने ईडी को दिए थे। अब ईडी के अधिकारी सभी ठिकानों से मिले सबूतों की पड़ताल के बाद छांगुर को अपनी कस्टडी में लेगा, जिसके बाद उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
धर्मांतरण रैकेट का मास्टरमाइंड : जमालुद्दीन उर्फ छांगुर यूपी में चल रहे अवैध धर्मांतरण रैकेट का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। वह बलरामपुर जिले का रहने वाला है और असली नाम करीमुल्ला शाह है। जलालुद्दीन, उसके बेटे महबूब व साथी नवीन उर्फ जलालुद्दीन और नीतू उर्फ नसरीन को हाल ही में यूपी आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने गिरफ्तार किया था। सभी फिलहाल जेल में बंद हैं।
ईडी की 12 टीमों ने छांगुर के ठिकानों को 13 घंटे खंगाला : एसटीएफ व एटीएस के बाद बृहस्पतिवार सुबह सात बजे ईडी की 12 टीमों ने करीब 13 घंटे तक उसके पूरे साम्राज्य को खंगाला। इस बीच कई अहम दस्तावेज ईडी के हाथ लगे। बताया जा रहा है कि पूरा खेल करोड़ों का है। यहां बड़े पैमाने पर धन शोधन किया गया है। इस प्रक्रिया में मिले पैसे को छांगुर और उसके सहयोगियों ने धर्मांतरण में लगाया है। नेपाल से हवाला के माध्यम से पैसे मंगाने की भी जानकारी हाथ लगी है। उतरौला में छांगुर के ठिकानों और उसके सहयोगियों के घरों पर छानबीन कर ईडी की टीमें रात करीब आठ बजे उतरौला से लौट गई। 12 टीमों ने छांगुर से जुड़े लोगों और उनकी संपत्तियों की भी जांच की। 10 ऐसे लोगों से पूछताछ की, जो किसी न किसी तरह से छांगुर से जुड़े थे। ईडी ने बैनामे और बैंक के खातों की भी जांच की। सूत्रों के अनुसार ईडी ने पूछा कि छांगुर से रुपये कैसे मिलते थे। रुपये कौन देता था। ईडी ने कुछ अभिलेख भी हासिल किए।
छांगुर गिरोह के सदस्य बदर की कुंडली खंगाल रही एटीएस : छांगुर गिरोह का सदस्य मेरठ के लिसाड़ी गेट किदवई नगर निवासी बदर अख्तर सिद्दीकी छह वर्ष पूर्व यहां से एक युवती को प्रेम जाल में फंसाकर अगवा कर ले गया था। इसके बाद वह वापस आ गया था। युवती ने उसके पक्ष में बयान दिए थे, लेकिन 2021 में फिर युवती को अगवा कर ले गया था। इस संबंध में सरुरपुर पुलिस ने केस दर्ज किया था। इसमें चार्जशीट पुलिस ने लगा दी है।
पिता बोले-खत्म हो चुका है रिश्ता : पिता ने कहा, बदर उनका कुछ भी नहीं लगता। जिस दिन उसने मर्जी के खिलाफ शादी की, उन्होंने उससे उसी दिन रिश्ता खत्म कर दिया था। पुलिस उसकी तलाश में कई बार आई, वह नहीं मिलता तो लौट जाती है।
छांगुर का करीबी रशीद गिरफ्तार : छांगुर का सहयोग करने वाले वांछित आरोपी रशीद शाह को यूपी एटीएस ने बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर दिया। एटीएस ने छांगुर पर दर्ज मुकदमे में रशीद को भी नामजद किया था। एटीएस इस प्रकरण में अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुका है। रशीद पर आजमगढ़ में भी अवैध धर्मांतरण कराने का मुकदमा दर्ज है। वह छांगुर के गिरोह का सक्रिय सदस्य है। उसके इशारे पर रशीद आजमगढ़ के ग्राम चिरकिहिट में भी 25 मई, 2023 को अपने 17 अन्य साथियों के साथ लोगों को अवैध तरीके से धर्मांतरण कराने गया था। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी से हुआ सामना तो कांपने लगी जुबान : छांगुर के साथ ही नीतू और नवीन से लेनदेन करने वालों का ईडी से सामना हुआ तो उनकी जुबान लड़खड़ाने लगी। जांच की जद में आए सभी 20 लोग घबराए रहे। ईडी ने पूछताछ के दौरान किसी को बाहर आने-जाने की इजाजत नहीं दी। सुरक्षा में उतरौला पुलिस मुस्तैद रही।