जालौन : शादी के दौरान कलेवा पर एक महिला अपने बच्चे के साथ पहुंची और दूल्हे को चप्पलों से पीटने लगी। महिला का आरोप था कि दूल्हा उससे मंदिर में शादी कर चुका है, उससे एक बच्चा भी है। इतना सुनते ही दुल्हन पक्ष ने बेटी की विदाई करने से इंकार कर दिया और दुल्हन घर चली गई। मामला कोतवाली पहुंचा। इसके बाद सुबह से लेकर दोपहर तक दूल्हा और दुल्हन पक्ष के लोगों के बीच चली पंचायत में तय हुआ कि दुल्हन पक्ष ने शादी में जो दान दहेज दिया गया है वह मय खर्च के दूल्हा पक्ष वापस करे। उधर, महिला न्याय पाने के लिए कोतवाली में बैठी है।
उरई रोड स्थित आशीर्वाद होटल में रविवार सुबह दूल्हे का कलेवा चल रहा था। तभी एक महिला ने दूल्हे को चप्पलों से पीटते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। कस्बे के गोखले नगर निवासी प्रभु दयाल सोहाने के बेटे प्रभाकर गुप्ता की सगाई करीब दो माह पहले जनपद झांसी के थाना बरुआसागर क्षेत्र के एक गांव में तय हुई थी। शादी 10 मई को थी और तय मुहूर्त में लड़की पक्ष अपने नाते-रिश्तेदारों के साथ कोंच आ गए।
10 मई की रात आशीर्वाद होटल कोंच में टीका, जयमाल, चढ़ावा, कन्यादान व भांवरें पड़ने के बाद रविवार सुबह करीब 9 बजे कलेवा की रस्म चल रही थी तभी नेहा प्रजापति नाम की एक महिला खुद को दूल्हा प्रभाकर की पहली पत्नी बताते हुए आ धमकी। उसके साथ बच्चा भी था, कुर्सी पर बैठे दूल्हे को चप्पलों से पीटते हुए उसने हंगामा शुरू कर दिया।
उसने आरोप लगाया कि विवाह घर में प्रभाकर की बहनों व परिजनों ने उसे पागल महिला बताकर मारपीट की और विवाह घर से बाहर निकाल दिया ताकि दुल्हन पक्ष के लोगों को सच्चाई का पता न चल सके। दुल्हन पक्ष के लोगों ने जब नेहा से पूरी कहानी सुनी तो उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई और उन्होंने बेटी की विदा करने से साफ इंकार कर दिया। परिजन तुरंत दुल्हन को विवाह घर से बाहर लेकर निकल लिए जबकि नेहा सीधे कोतवाली जा पहुंची।
उधर, दुल्हन पक्ष द्वारा बेटी की विदा करने से इंकार कर दिए जाने पर घंटों बिरादरी की पंचायत चली जिसमें तय हुआ कि दुल्हन पक्ष द्वारा जो दान दहेज दिया गया है वह मय खर्चे के वापस किया जाए, अब ये शादी नहीं होगी। उधर नेहा ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है। होटल में हंगामा कटने के बाद जब मामला कोतवाली पहुंचा, तो दूल्हे राजा आनन फानन में अपनी पोशाक उतारकर गुपचुप तरीके के होटल से निकल गाड़ी में बैठक भाग गया।
आठ साल से हैं प्रभाकर और नेहा के संबंध : नेहा प्रजापति ने बताया कि पिछले करीब आठ साल से उसके संबंध प्रभाकर से हैं और काली माता मंदिर में प्रभाकर ने शादी रचाई थी। शादी के बाद कांशीराम कॉलोनी में रहने लगी थी। उसकी बेटी यश कुमारी (8) पहले पति से व दूसरा बच्चा प्रेम कुमार प्रभाकर का है। महिला का दावा है कि बच्चे के आधार कार्ड से लेकर स्कूली अभिलेखों में भी पिता का नाम प्रभाकर के रूप में दर्ज है। नेहा ने बताया कि प्रभाकर उससे छिपकर दूसरी शादी कर रहा था जिसकी भनक उसे उसके घर के बाहर सजावट से लगी और फिर वह विवाह घर पहुंच गई। नेहा ने कहा कि वह अपने बच्चों के साथ पति प्रभाकर के घर पर रहना चाहती है।
दूल्हा पक्ष के लोग बोले, मोहल्ले की पागल महिला है : नेहा ने जैसे ही होटल में पहुंच कर दूल्हे पर चप्पल बरसाना शुरू किया तो दूल्हा पक्ष के लोग दुल्हन पक्ष से बोले कि वह मोहल्ले की पागल महिला है। अभी उसे बाहर निकालते हैं। लेकिन दुल्हन पक्ष के लोगों को मामला समझने में देर नहीं लगी। उन्होंने महिला को अलग ले जाकर पूछा तो उसने पूरी कहानी खुलकर सामने रख दी। कहानी सुनते ही होटल में सन्नाटा पसर गया और नाते रिश्तेदार अपनी अपनी गाड़ियों में बैठक कर निकलने लगे।