दिल्ली : एक्शन मोड में यमुना नदी की सफाई, फ्लोटिंग JCB मशीन उतारी गई

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नई दिल्ली : दिल्ली चुनाव में जीत के बाद बीजेपी की अगुवाई में नई सरकार के अस्तित्व में आने में अभी वक्त है, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी की सफाई का काम तेजी से शुरू हो गया है. चुनाव के दौरान यमुना नदी की सफाई बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना था, लेकिन अब दिल्ली सरकार पूरी तरीके से मिशन मोड में दिख रही है.

यमुना की डीप क्लीन के लिए मंगलवार को जेसीबी मशीन लगाई गई है. जबकि पिछले दो दिनों से यमुना नदी से खरपतवार और जलकुंभी को लगातार निकाला जा रहा था और लगातार उसकी सफाई चल रही थी. अब जेसीबी मशीन के जरिए इसमें से गाद निकालने का काम भी शुरू कर दिया गया है.

मेगा जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल : फ्लोटिंग जेसीबी मशीन के जरिए काम कराया जा रहा है. यमुना के किनारे और नदी के बहाव के बीच काफी गाद जमा हुआ है. इसे हटाने के लिए मेगा जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है.

बड़ी-बड़ी जेसीबी मशीनों के सहारे सफाई : यमुना नदी में आईटीओ घाट के किनारे बड़ी-बड़ी जेसीबी मशीन लगाई जा रही है. इन मशीनों से यमुना के किनारे गाद को साफ करने का काम चल रहा है. यहां पर यह समझना जरूरी है कि यमुना में अभी तक कितना और किस स्तर का गाद है. इस पर अधिकारियों का ओर से कुछ भी नहीं कहा गया है.अधिकारियों का मानना है कि नदी में गाद की सही-सही स्थिति का पता अगले दो से तीन हफ्तों में लगे सकेगा.

दिल्ली में यमुना की सफाई को लेकर राजधानी के अलग-अलग घाटों पर टेंट लगाने का काम शुरू हो गया है. दिल्ली के आईटीओ घाट पर टेंट लगाया गया है. सूत्रों की मानें तो यमुना नदी की सफाई को लेकर सरकार मिशन मोड में है. यही वजह है कि यहां पर टेंट लगाया जा रहा है जिससे 24 घंटे काम की मॉनिटरिंग की जा सके.

स्थानीय मजदूरों को काम में लगाया गया : यमुना की सफाई में मशीनों से इतर मजदूरों को भी इस काम में लगाया गया है. घाट के किनारे साफ- सफाई का काम स्थानीय मजदूरों को दिया गया है. फिलहाल इन मजदूरों को इस बात की जिम्मेदारी दी गई है कि यमुना नदी के किनारे के जमा ठोस अपशिष्ट का निष्पादन किया जाए.

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