मुरादाबाद : मुरादाबाद के मंडी समिति पुलिस चौकी के पास भीड़ की पिटाई से घायल हुए गोकशी के आरोपी शाहेदीन (38) की उपचार के दौरान मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने शाहेदीन के भाई आलम की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने शाहेदीन के एक साथी अदनान को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि रविवार रात करीब तीन बजे मझोला क्षेत्र में मंडी समिति परिसर में कुछ लोग गोकशी कर रहे थे। इसकी जानकारी मिलने पर भीड़ जमा हो गई और घेराबंदी कर एक युवक को पकड़ लिया था। तीन आरोपी मौके से भाग निकले थे। गुस्साई भीड़ ने पकड़े गए युवक की लाठी डंडों से पिटाई की थी।
जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को उग्र से बचाया और घायलावस्था में अस्पताल में भर्ती कराया। पूछताछ में पता चला कि घायल व्यक्ति गलशहीद के असालतपुरा निवासी शाहेदीन है। पुलिस ने शाहेदीन और उसके साथियों पर गोकशी के मामले में केस दर्ज किया। सोमवार देर रात शाहेदीन की उपचार के दौरान मौत हो गई।
पोस्टमार्टम से रिपोर्ट से पता चला कि उसकी बेरहमी से पिटाई की गई थी। जिस कारण उसकी मौत हुई है। सोमवार सुबह पुलिस की मौजूदगी में शाहेदीन के शव को सुपुर्दे खाक किया गया। एसपी सिटी ने बताया कि शाहेदीन के भाई आलम की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। आलम का कहना है कि कुछ लोग उसके भाई को घर से बुलाकर ले गए और मंडी समिति में उसकी पिटाई कर हत्या कर दी। एसपी सिटी का कहना है कि वीडियो फुटेज के जरिए हत्यारोपियों की तलाश की जा रही है।
एक वीडियो में पुलिस कर्मी भी दिखाई रहे हैं। इस दौरान भी लोगों ने शाहेदीन की पिटाई की। जिसे पुलिस कर्मी रोकते देखे जा रहे हैं लेकिन लोग इतने गुस्से में थे कि उन्होंने पुलिस कर्मी के साथ ही बहस शुरू कर दी थी। इसके बाद थाने से और पुलिस कर्मी बुला ली गई। इसके बाद भीड़ को हटाने के बाद घायल को वहां से उठाया गया।
पिटाई से शाहेदीन का लीवर फट गया था और पसलियां टूट गई थीं। जिस कारण उसकी मौत हुई है। मंगलवार शाम आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है। शाहेदीन के शरीर पर चोटों के 15 से ज्यादा निशान मिले हैं। यह निशान किसी डडे, बेल्ट के लग रहे हैं। शाहेदीन का लीवर, फेफड़े फट गए थे। इसके अलावा उसकी पसलियां भी टूट गई थीं। डंडे के हमले की वजह से उसके शरीर से खून बह रहा था साथ ही शरीर के अंदर भी खून फैल गया था। उसके पैर और हाथ की हड्डियां भी टूट गई थीं।
पांच भाइयों में चौथे नंबर का शाहेदीन पीतल का काम करता था। इसके अलावा वह बॉडी बिल्डिंग भी करता था। लेकिन लंबा बीमार पड़ जाने के कारण उसका काम छूट गया था। ठीक होने के बाद उसने कुछ दिन मीट की दुकान पर भी नौकरी की थी। परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं। आलम का कहना है कि कुछ लोग उसे घर से बुलाकर ले गए। भीड़ ने उसे घेर लिया और पिटाई कर दी। जिसमें उसकी मौत हो गई।