इंदौर : लव जिहाद की फंडिंग के मामले में आरोपी बने पार्षद अनवर कादरी लंबे समय से फरार है। अब उसे पार्षद पद से हटाने की तैयारी की जा रही है। महापौर परिषद बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। उधर संभागायुक्त दीपक सिंह ने भी शोकाज नोटिस जारी किया है। कादरी को 25 अगस्त तक अपना पक्ष रखने को कहा गया है। यदि तय समय तक कादरी की तरफ से जवाब नहीं आता है तो फिर उसे पार्षद पद से मुक्त करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने 20 जून को संभागायुक्त को आवश्यक दस्तावेजों के साथ कादरी की पार्षदी खत्म करने के लिए एक पत्र भेजा था। पत्र में कहा गया था कि कादरी के विरुद्ध देशद्रोही एवं कई आपराधिक मामले थानो में दर्ज है। आपराधिक प्रवृत्ति का होना के साथ कादरी ने लव जिहाद को बढ़ावा देने के लिये एक सम्प्रदाय विशेष के युवकों को पैसा फंडिंग दिया गया।
संभागायुक्त ने पुलिस विभाग से भी कादरी के आपराधिक प्रकरणों की जानकारी मांगी थी। विभाग ने कादरी पर दर्ज प्रकरणों के अलावा उस पर 20 हजार का इनाम होने की घोषणा की जानकारी भी दी है। अब संभागायुक्त ने पार्षद कादरी के खिलाफ नोटिस जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि तुम्हारे कृत्य से शहर में सद्भावना को ठेस पहुंची और शहर में साम्प्रदायिक वातावरण को बिगाड़ने का काम किया है। क्यों न आपको मध्यप्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1956 की धारा 19 (1) (अ) के अनुसार पार्षद पद से मुक्त किया जाए। यह पत्र कादरी के निवास पर भी चस्पा किया गया है। कादरी को 25 अगस्त को अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है।
10 थानों में 20 से ज्यादा केस दर्ज : संभागायुक्त ने महापौर भार्गव द्वारा दिये गए पत्र के बाद से ही इस मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी। अधिकारियों से जानकारी मांगी गई। पुलिस उपायुक्त से प्राप्त जानकारी अनुसार अनवर कादरी पिता मोहम्मद असलम कादरी उर्फ अनवर पर इंदौर नगर के विभिन्न थाना क्षेत्रों के अलावा महाकाल उज्जैन थाना में भी भादवि के तहत 392 का प्रकरण पंजीबद्ध है। इसके अलावा इंदौर नगर के संयोगितागंज थाने में 7 प्रकरण, सदर बाजार थाने में 4, खजराना में 3, बाणगंगा में 2, चंदन नगर थाने में 2, जूनी इंदौर, सराफा, छोटी ग्वालटोली और एमजी रोड थाने में विभिन्न धाराओं में 1-1 प्रकरण पंजीबद्ध है।