नई दिल्ली : भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों SCO शिखर सम्मेलन के लिए चीन पहुंचे हैं. पीएम मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिंनपिंग की सम्मेलन से जुड़ी कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसमें तीनों देश के नेताओं हंसी-खुशी बातचीत कर रहे हैं. बता दें कि पीएम मोदी 7 साल बाद पहली बार चीन पहुंचे हैं. वहीं भारत-चीन के बीच संबंध भी अब स्थिरता की तरफ बढ़ रहे हैं. ऐसे मौके पर अब दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास का एक ट्वीट वायरल हो रहा है, जो साफ दिखाता है कि भारत, चीन और रूस की बढ़ती नजदीकी ट्रंप को जरूर खटक रही है.
अमेरिका-भारत में खटपट : भारत और अमेरिका के बीच हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं, हालांकि पिछले कुछ समय से ट्रंप की ओर से लगातार दिए गए बयान और भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ के कारण दोनों देशों के रिश्ते में उथल-पुथल देखी गई है. ट्रंप बार-बार ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जंग रुकवाने का राग अलाप चुके हैं. इसको लेकर भी दोनों देशों के बीच खटपट की स्थिति हुई. इतना ही नहीं यह भी सुनने में आया की पीएम मोदी कई बार ट्रंप के फोन कॉल को इग्नोर कर चुके हैं. इस बीच रूस-चीन से बढ़ती नजदकीकी ट्रंप के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है.
भारत को लुभा रहा अमेरिका? : मोदी के चीन जाने से घबराए अमेरिका ने अब भारत को लुभाने के लिए नया आईडिया खोज निकाला. सोमवार सुबह भारतीय समयानुसार 11 बजकर 30 मिनट पर नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास ने भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर एक ट्वीट किया.
इसमें लिखा,’ संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच साझेदारी लगातार नई ऊंचाइयों को छू रही है, जो 21वीं सदी का एक निर्णायक रिश्ता है. इस महीने हम उन लोगों, प्रगति और संभावनाओं पर प्रकाश डाल रहे हैं जो हमें आगे बढ़ा रहे हैं. नवाचार और उद्यमिता से लेकर रक्षा और द्विपक्षीय संबंधों तक यह हमारे दोनों देशों के लोगों के बीच की स्थायी मित्रता ही है, जो इस यात्रा को ऊर्जा प्रदान करती है. हैशटैग को फॉलो करें और #USIndiaFWDforOurPeople का हिस्सा बनें.’
क्यों खराब हो रहे भारत-अमेरिका के रिश्ते : SCO समिट के बीच अमेरिका के इस ट्वीट पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया जता रहे हैं. लोगों का कहना है कि अमेरिका को अब यह दिखावा बंद कर देना चाहिए. यूजर्स का कहना है कि भारत-अमेरिका संबंध अब तक के सबसे निचले स्तर पर हैं. उसका कारण ये है कि ट्रंप नोबेल पुरस्कार के लिए खुद का प्रचार करने के चक्कर में भारत-पाक युद्ध विराम के बारे मेंबार-बार झूठ बोल चुके हैं. उन्होंने आतंकवादी राष्ट्र प्रमुख असीम मुनीर को अपने यहां न्यौता दिया और रूसी तेल को लेकर भारत पर बेफिजूल टैरिफ लगाया.