नई दिल्ली : भूकंप से 800 लोगों की मौत और तबाही का दंश झेल रहे अफगानिस्तान की मदद के लिए भारत आगे आया है। भारत ने अफगानिस्तान को राहत सामग्री और मानवीय सहायता भेजी है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने भूकंप के बाद अफगानिस्तान को मानवीय सहायता प्रदान की है। एक्स पर पोस्ट में विदेश मंत्रालय ने चावल और अन्य खाद्य पदार्थों की बोरियों से लदे ट्रकों की तस्वीरें साझा की हैं।
अफगानिस्तान में 6.0 तीव्रता का भूकंप नंगरहार प्रांत के करीब कुनार प्रांत के शहरों और पड़ोसी नंगरहार प्रांत के जलालाबाद शहर में आया, जिससे भारी नुकसान हुआ। इसके बाद भी इलाके में कई झटके आए। सोशल मीडिया और समाचार चैनलों पर प्रसारित वीडियो फुटेज में बचावकर्मी घायल लोगों को ढही हुई इमारतों से स्ट्रेचर पर उठाकर हेलीकॉप्टरों में ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि कई लोग अपने हाथों से मलबा हटाने की कोशिश कर रहे हैं। ज्यादातर लोग कुनार प्रांत में हताहत हुए हैं।
पीएम मोदी ने जताया था दुख : इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया था कि अफगानिस्तान में भूकंप के कारण हुई जान-माल की हानि से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस कठिन घड़ी में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। भारत प्रभावित लोगों को हर संभव मानवीय सहायता और राहत प्रदान करने के लिए तैयार है।’
एस जयशंकर ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री से की बात : भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी अफगानिस्तान की मदद करने का वादा किया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी। उन्होंने इस कठिन समय में अफगानिस्तान को भारत की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। विदेश मंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में आया विनाशकारी भूकंप गहरी चिंता का विषय है। हम अफगान लोगों के प्रति अपना समर्थन और एकजुटता व्यक्त करते हैं, क्योंकि वे इस संकट से जूझ रहे हैं। भारत इस मुश्किल घड़ी में सहायता प्रदान करेगा। पीड़ितों के परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना।’
जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मावलवी अमीर खान मुत्ताकी से बात की। भूकंप में हुई जानमाल के नुकसान पर अपनी संवेदना व्यक्त की। भारत ने काबुल में 1000 परिवारों के लिए टेंट पहुंचाए हैं। भारतीय मिशन द्वारा काबुल से कुनार तक 15 टन खाद्य सामग्री भी तुरंत पहुंचाई जा रही है। कल से भारत से और राहत सामग्री भेजी जाएगी।