“AI अपनाओ या फिर नौकरी छोड़ दो”, कर्मियों को लगा मजाक है-लेकिन CEO ने निकाल दिए 80% लोग

AI-Accept-otherwise-Go

नई दिल्ली : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) दुनिया भर में काम करने के तरीकों को बदल रहा है. लेकिन सभी कंपनियां इसे अपनाने के लिए एक जैसी रणनीति नहीं अपना रहीं. टेक्सास की सॉफ्टवेयर कंपनी IgniteTech ने एक ऐसा कदम उठाया, जिसने सबको चौंका दिया. यहां CEO एरिक वॉन (Eric Vaughan) ने साफ कह दिया – “AI अपनाओ या फिर नौकरी छोड़ दो.”

क्यों लिया इतना बड़ा फैसला? : वॉन का मानना था कि कंपनी का भविष्य तभी सुरक्षित है जब वह पूरी तरह से AI को अपनाए. साल 2023 की शुरुआत में उन्होंने यह फैसला लिया. लेकिन समस्या यह थी कि कई कर्मचारी AI का इस्तेमाल करने से बच रहे थे. जब समझाने के बावजूद भी बदलाव नहीं आया, तो कंपनी ने करीब 80% कर्मचारियों को बदल दिया. वॉन का कहना है- “नई स्किल्स सिखाना आसान था, लेकिन पुराने सोच को बदलना मुश्किल.”

AI Mondays-नया प्रयोग : कंपनी ने एक अनोखी पहल शुरू की – AI Mondays. इन दिनों किसी को भी कस्टमर कॉल, बजट प्लानिंग या रोज़मर्रा का काम करने की अनुमति नहीं थी. सभी कर्मचारियों को सिर्फ AI से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर काम करना होता था. लेकिन हैरानी की बात यह रही कि सबसे ज्यादा विरोध तकनीकी टीम से ही आया. उन्हें लगता था कि AI उतना प्रभावी नहीं है जितना दिखाया जा रहा है.

  • कंपनी ने AI ट्रेनिंग, कोर्स और टूल्स भी उपलब्ध कराए.
  • सेल्स, मार्केटिंग और टेक – हर टीम को AI के साथ प्रयोग करने के लिए मजबूर किया गया.

कर्मचारियों का विरोध क्यों? : एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर तीन में से एक कर्मचारी AI को अपने काम में अपनाने से बचता है.

  • कुछ लोग AI टूल्स का इस्तेमाल करने से मना कर देते हैं.
  • कुछ जानबूझकर खराब रिजल्ट देते हैं.
  • और ज्यादातर को डर रहता है कि कहीं AI उनकी नौकरी ही न ले ले.

IgniteTech का बड़ा कदम : वॉन ने समय बर्बाद न करने का फैसला किया. उन्होंने नए टैलेंट को हायर किया, जिन्हें “AI Innovation Specialists” कहा गया. कंपनी ने अपनी पूरी संरचना ही बदल दी और हर डिपार्टमेंट को AI टीम के अधीन कर दिया.

इसका नतीजा यह हुआ कि साल 2024 के अंत तक : वॉन का दावा है कि जिन प्रोडक्ट्स को पहले बनाने में महीने लगते थे, अब वे सिर्फ कुछ दिनों में तैयार हो जाते हैं.

  • कंपनी ने नए AI प्रोडक्ट्स लॉन्च किए.
  • दूसरी कंपनी को भी खरीद लिया और मुनाफे में रही.

बाकी कंपनियां क्या कर रही हैं? : हर कंपनी ने Ignite Tech जैसा सख्त रुख नहीं अपनाया. उदाहरण के लिए – Ikea जैसी कंपनियां अपने कर्मचारियों को हटाने के बजाय उन्हें नई ट्रेनिंग दे रही हैं. कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि लोगों को अपनाने और सिखाने का तरीका ज्यादा टिकाऊ है. लेकिन वॉन को कोई पछतावा नहीं है. उनका कहना है- “हर कंपनी के सामने AI का खतरा है. बचने का एक ही तरीका है – पूरी तरह इसमें कूद पड़ो.”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *