लखनऊ : अवैध धर्मांतरण का मुख्य आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर जाली नोटों के कारोबार से भी जुड़ा है। पूर्व में समाजवादी पार्टी में रहे उसके शागिर्द रफीक खान व नौशाद खान बड़े पैमाने पर जाली नोटों की तस्करी में लिप्त रहे हैं। उनका नेटवर्क पूर्वांचल के साथ ही बिहार और नेपाल तक फैला हुआ है। दोनों ने एक क्षत्रिय युवती का पहले यौन शोषण किया और फिर जबरन धर्मांतरण कराकर मुस्लिम युवक से निकाह भी करा दिया।
दोनों आर्थिक रूप से कमजोर अन्य हिंदू युवतियों को निशाना बनाते उससे पहले कुशीनगर पुलिस ने मंगलवार को छांगुर व उसके सहयोगी दीवान इम्तियाज खान सहित 13 के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, बंधक बनाने, आपराधिक षड्यंत्र और अवैध धर्मांतरण के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया।
कुशीनगर पुलिस ने जांच शुरू की है। छांगुर के बारे में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। इसके लिए बलरामपुर की उतरौला पुलिस और एटीएस से भी संपर्क साधा है। उतरौला के प्रभारी निरीक्षक अवधेश राज सिंह ने बताया कि छांगुर, नसीर व नवीन अभी लखनऊ जेल में बंद हैं। जांच में कुशीनगर पुलिस का पूरा सहयोग किया जा रहा है। छांगुर के बारे में जो जानकारी मांगी गई है उसे उलब्ध कराया गया है। कुशीनगर पुलिस से हमें जानकारी मिली कि छांगुर का जुड़ाव जाली नोटों की तस्करी से भी है।
अब कुशीनगर पुलिस जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के साथ ही उसकी अहम राजदार नीतू नवीन रोहरा उर्फ नसरीन से भी पूछताछ करेगी। पूर्वांचल से बिहार तक फैले नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए दोनों को रिमांड पर लेने की तैयारी है। पूछताछ के बाद छांगुर से जुड़े कुशीनगर के कुछ और सफेदपोश चेहरे सामने आ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार जांच के लिए पुलिस टीम मुंबई भी जा सकती है। सूत्रों के अनुसार छांगुर ने धर्म परिवर्तन कराने से पहले कुशीनगर की हिंदू युवती को कलमा पढ़ाया था और फिर संरक्षित पशु का मांस खिलाया था। इससे वह संतुष्ट होना चाहता था कि युवती का हिंदू धर्म से मोहभंग हुआ है या नहीं। इस पूरी प्रक्रिया की उसने फोटो ली है और वीडियो भी बनाया है।