अहमदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र निर्माण तथा उनके विजन के संकल्प के फलस्वरूप देश को अमृत स्टेशन योजना की भेंट मिली है। इस योजना अंतर्गत देश के 1300 से अधिक स्टेशनों का कायाकल्प कर उनका पुनर्विकास किया जा रहा है। गुजरात के 87 स्टेशनों का भी 6303 करोड़ रुपए की लागत से आधुनिकीकरण हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 164 करोड़ रुपए की लागत से गुजरात के पुनर्विकसित हो चुके 18 रेलवे स्टेशनों का वर्चुअल लोकार्पण गुरुवार को राजस्थान के बीकानेर में आयोजित कार्यक्रम में किया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल अमृत स्टेशन योजना अंतर्गत नवीनीकृत हुए लींबडी रेलवे स्टेशन के लोकार्पण अवसर पर उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री ने वर्चुअल लोकार्पण किया : सीएम पटेल ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब से देश का सेवा दायित्व संभाला है, तब से सेना से लेकर आम आदमी तक की सुविधा, सज्जता एवं स्वास्थ्य सुविधा के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा आधुनिकीकरण को प्राथमिकता दी है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने विशिष्ट विजन तथा राष्ट्र निर्माण के संकल्प के साथ रेलवे के कायाकल्प, स्टेशनों के आधुनिकीकरण एवं यात्री सुविधा के नूतन आयाम शुरू किए हैं।
अमृत स्टेशन योजना अंतर्गत गुजरात के जिन 18 स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य पूरा हुआ है और जिनका प्रधानमंत्री ने वर्चुअल लोकार्पण किया है; उनमें शिहोर जंक्शन, उतराण, डाकोर, डेरोल, हापा, जामजोधपुर, जामवंथली, कानालुस जंक्शन, करमसद, कोसंबा जंक्शन, लींबडी, महुवा, मीठापुर, मोरबी, ओखा, पालीताणा, राजूला जंक्शन तथा सामख्याळी स्टेशन शामिल हैं।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर स्पष्ट रूप से कहा कि प्रधानमंत्री ने दुनिया को यह दिखा दिया है कि यदि लोगों की अच्छी सेवा करने की इच्छा शक्ति और विकास की राजनीति की प्रतिबद्धता हो, तो सुशासन द्वारा रेलवे सेवाओं में कैसे क्रांतिकारी परिवर्तन लाए जा सकते हैं।
गुजरात में 97 प्रतिशत रेलवे रूट विद्युतीकृत हो चुके हैं : इस संदर्भ में पटेल ने गुजरात को रेलवे सेवाओं एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर की मिली सौगातों का विवरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के दिशादर्शन में 2014 से अब तक राज्य में 3144 किलोमीटर रेलवे लाइन का विद्युतीकरण हुआ है। इसके साथ; गुजरात में 97 प्रतिशत रेलवे रूट विद्युतीकृत हो चुके हैं। इतना ही नहीं; 2025-26 में रेलवे बजट में गुजरात के लिए 17,155 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आवंटन पूर्व के वर्ष 2009 से 2014 के कालखंड में आवंटित किए गए बजट से औसत 29 गुना अधिक है।
भूपेंद्र पटेल ने देश में प्रधानमंत्री के विजन से वंदे भारत ट्रेनों के स्थापित हुए नेटवर्क में गुजरात को चार वंदे भारत ट्रेनों की भेंट मिलने का उल्लेख करते हुए जोड़ा कि विश्व के अग्रणी पर्यटन स्थल स्टैच्यू ऑफ यूनिटी-एकतानगर तक देश-दुनिया के यात्री आसानी से पहुँच सकें; इसके लिए रेलवे सेवाओं का विस्तार किया गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि गुजरात के 18 स्टेशनों का पुनर्विकास के बाद प्रधानमंत्री द्वारा हुआ लोकार्पण राज्य में रेलवे सुविधाओं तथा यात्री सुविधाओं को अधिक सुगम बनाएगा।
समारोह में उपस्थित सुरेन्द्रनगर के सांसद चंदूभाई शिहोरा ने प्रासंगिक संबोधन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशादर्शन में अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना अंतर्गत पुराने रेलवे स्टेशनों को पुनर्विकसित किया जा रहा है। रेलवे में भी अलग-अलग आधुनिक सुविधाएँ एवं नवीन टेक्नोलॉजी से युक्त ट्रेनें विकसित की जा रही हैं। वंदे भारत ट्रेनें इसका उत्तम उदाहरण हैं। देश में सबसे अधिक यात्रा रेलवे द्वारा होती है, तब लोगों को यात्रा के दौरान असुविधा न हो; इसका सरकार द्वारा ध्यान रखा जा रहा है।
इस अवसर पर उपस्थित सभी ने राजस्थान के बीकानेर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों से अमृत भारत स्टेशन योजना अंतर्गत पुनर्विकसित 103 रेलवे स्टेशनों के लोकार्पण कार्यक्रम का सीधा प्रसारण रुचिपूर्वक देखा। मुख्यमंत्री ने लींबडी रेलवे स्टेशन में विकसित अत्याधुनिक सुविधाओं का निरीक्षण कर स्टेशन के विषय में जानकारी भी प्राप्त की।
इस समारोह में उप मुख्य सचेतक जगदीश भाई मकवाणा, विधायक पी. के. परमार, प्रकाश भाई वरमोरा, हितेन्द्रसिंह चौहाण, दिलीपभाई पटेल, शंकरभाई दलवाडी, बाबाभाई भरवाड, पदाधिकारी, जिला कलेक्टर डॉ. राजेन्द्र पटेल, जिला विकास अधिकारी के. एस. याज्ञिक, पुलिस उप महानिरीक्षक डॉ. गिरीश पंड्या, मंडल रेल प्रबंधक वीश कुमार सहित वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।