रांची : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार तनाव की स्थिति बनती दिख रही है. ऐसे में भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयारियों में जुटा है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को 7 मई को मॉक ड्रिल करने को कहा है. देश भर के 244 चिह्नित जिलों में 7 मई को बड़े पैमाने पर सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल के आयोजन का निर्देश दिया गया है. इसके तहत झारखंड के 6 शहरों में बुधवार को मॉक ड्रिल होगा.
मिली जानकारी के अनुसार झारखंड में 7 मई को 6 शहरों में मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी, जबकि देश के 244 जिलों में सिविल डिफेंस का मॉक ड्रिल आयोजित होगा. झारखंड के रांची, जमशेदपुर, बोकारो, गोमिया, साहिबगंज और गोड्डा में सिविल डिफेंस के तहत मॉक ड्रिल किया जाएगा. इस दौरान इस दौरान हमले की स्थिति में बचाव की जानकारी लोगों को दी जाएगी वही शाम 7:00 बजे से 7:10 तक ब्लैक आउट कर मॉक ड्रिल की जाएगी.
अगर किसी के घर में आपातकाल स्थिति है तो लाइट जलाएं. लेकिन, खिड़की पर मोटा कपड़ा लगाए शाम 6 बजकर 58 मिनट में सायरन बजेगा. ये सायरन 2 मिनट बजेगा सायरन बजने के बाद ब्लैक आउट होगा दोबारा सायरन 7 बजकर 10 मिनट पर बजेगा कुल 80 जगहों पर सायरन बजेगा सड़क पर गाड़ियो को भी इस दौरान रुककर लाइट ऑफ करना है. केवल एम्बुलेंस को छूट होगी. दरअसल रांची में मंगलवार को सिविल डिफेंस को लेकर होने वाले मॉक ड्रिल पर हाई लेवल मीटिंग आयोजित की गई, जो झारखंड मंत्रालय में संपन्न हुई.
1971 में भी हुआ था ऐसा मॉक ड्रिल : इस बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव ने की और राज्य के अन्य वरीय अधिकारी भी इसमें शामिल थे. फायर ब्रिगेड के डिजी, एडीजी ऑपरेशन, आईजी ऑपरेशन, आईटीबीपी, डीसी, एसपी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे. बैठक में मॉक ड्रिल के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं को लेकर निर्देश दिए गए. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बने तनावपूर्ण हालात के मद्देनजर 07 मई को सिविल डिफेंस के तौर पर मॉक ड्रिल आयोजित करने की योजना बनाई गई. बता दें, इससे पहले 1971 में सिविल डिफेंस का मॉक ड्रिल आयोजित किया गया था. संभावित युद्ध के दौरान हमले की स्थिति में सिविल डिफेंस की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी.