अहमदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दो दिवसीय दौरे पर अपने गृह राज्य गुजरात के दौर पर पहुंचे। उन्होंने अहमदाबाद में रोड शो किया। वे अहमदाबाद के खोडलधाम मैदान में 5,400 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और लोकार्पण करेंगे। इसके बाद जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी बयान में कहा गया कि 26 अगस्त को सुबह लगभग 10.30 बजे प्रधानमंत्री अहमदाबाद के हंसलपुर में हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन का उद्घाटन करेंगे और 100 देशों को बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्यात को हरी झंडी दिखाएंगे।
विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप प्रधानमंत्री मोदी 1,400 करोड़ रुपये से अधिक की कई रेलवे परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसमें 530 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 65 किलोमीटर महेसाणा-पालनपुर रेल लाइन का दोहरीकरण, 860 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 37 किलोमीटर कलोल-कडी-कटोसन रोड रेल लाइन और 40 किलोमीटर बेचराजी-रानुज रेल लाइन का गेज परिवर्तन शामिल है।
सड़क, पुल और बिजली परियोजनाओं की सौगात : पीएम मोदी वीरमगाम-खुदाद-रामपुरा सड़क के चौड़ीकरण का उद्घाटन करेंगे। वह अहमदाबाद-मेहसाणा-पालनपुर मार्ग पर छह लेन वाले वाहन अंडरपास और अहमदाबाद-वीरमगाम मार्ग पर रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण की आधारशिला भी रखेंगे। सरकार के इन पहलों से इस क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, परिवहन दक्षता में सुधार होगा और आर्थिक अवसर बढ़ेंगे। राज्य में विद्युत क्षेत्र को एक बड़ा बढ़ावा देते हुए पीए मोदी उत्तर गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (यूजीवीसीएल) के अंतर्गत अहमदाबाद, मेहसाणा और गांधीनगर में विद्युत वितरण परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
स्लम विकास परियोजना का उद्घाटन : पीएम मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के स्व-स्थाने स्लम पुनर्वास घटक के अंतर्गत रामापीर ने टेकरो के सेक्टर-3 में स्लम विकास परियोजना का उद्घाटन करेंगे। वह अहमदाबाद के आसपास सरदार पटेल रिंग रोड पर यातायात सुगम बनाने और कनेक्टिविटी में सुधार के लिए की जा रही प्रमुख सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। साथ ही वह जल एवं सीवरेज प्रबंधन प्रणालियों को सुदृढ़ करने के लिए प्रमुख शहरी अवसंरचना परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे।
भारत बनेगा बैटरी निर्माण का हब : प्रधानमंत्री हरित ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए टीडीएस लिथियम-आयन बैटरी संयंत्र में हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन की शुरुआत के साथ भारत के बैटरी इकोसिस्टम के अगले चरण का भी उद्घाटन करेंगे। तोशिबा, डेंसो और सुजुकी का संयुक्त उद्यम यह संयंत्र घरेलू विनिर्माण और स्वच्छ ऊर्जा नवाचार को बढ़ावा देगा। इससे अब अस्सी प्रतिशत से अधिक बैटरी का निर्माण भारत में ही किया जाएगा।