असम : राहुल गांधी देश विरोधी नेता, PAK और बांग्लादेशी मुसलमानों के समर्थक…; बोले-CM हिमंत

Rahul-Gandhi-CM-Himanta-Attack

नई दिल्ली : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देशविरोधी हैं और केवल बांग्लादेश व पाकिस्तान के मुसलमानों का समर्थन करते हैं। बोडोलैंड क्षेत्र में एक चुनावी सभा के बाद मीडिया से बात करते हुए सरमा ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी असम के महान प्रतीकों का सम्मान नहीं करती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस न तो कामाख्या मंदिर का सम्मान करती है और न ही महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव को मानती है।

सरमा ने कहा, राहुल गांधी भारत-विरोधी व्यक्ति हैं। वह केवल बांग्लादेश और पाकिस्तान के मुसलमानों के साथ हैं। वह भारतीय हिंदुओं के साथ नहीं हैं, यहां तक कि भारतीय मुसलमानों के साथ भी नहीं हैं। राहुल गांधी एक देशविरोधी शख्सियत हैं। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि वह राहुल गांधी को ‘देशविरोधी’ क्यों कह रहे हैं।

जब उनसे कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की असम यात्रा के बारे में पूछा गया, तो सरमा ने कहा कि उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा, मुझे प्रियंका गांधी के असम आने से कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन असम की स्वयं सहायता समूह की महिलाएं प्रियंका गांधी से 100 गुना आगे हैं। हमारे राज्य की महिलाएं हर मामले में उनसे बेहतर हैं। सरमा ने आगे कहा कि प्रियंका गांधी इन महिलाओं के साथ किसी प्रतियोगिता में नहीं टिक पाएंगी। उन्होंने कहा, हमारी महिलाएं लारू, पीठा जैसी पारंपरिक मिठाइयां बनाती हैं, खेतों में धान की खेती करती हैं और अपने बच्चों को स्कूल और कॉलेज भेजती हैं। प्रियंका गांधी उनसे कैसे मुकाबला करेंगी?

इससे पहले दिन में असम कांग्रेस अध्यक्ष गौरव गोगोई ने कहा था कि प्रियंका गांधी ने असम, खासकर धुबरी का दौरा करने की इच्छा जताई है। पिछली लोकसभा चुनावों के दौरान उन्होंने वहां प्रचार भी किया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, कांग्रेस वाले सिर्फ धुबरी को ही असम समझते हैं। धुबरी जाना कोई बड़ी बात नहीं है। पहले कामाख्या, बटद्रवा, चराइदेव मोइदाम और रंग घर की बात करनी चाहिए, फिर धुबरी भी जाना चाहिए।

सरमा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं को मां कामाख्या, महापुरुष शंकरदेव में आस्था नहीं है। वे चराइदेव और रंग घर को नहीं पहचानते। उन्हें सिर्फ धुबरी में रहने वाले कुछ धार्मिक अल्पसंख्यकों से मतलब है। वे बाकी असम की भावनाओं को नहीं समझते।

मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि उन्हें प्रियंका गांधी के धुबरी दौरे से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन असम के बाकी हिस्सों के लोगों को उनमें कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा, धुबरी जाना कोई समस्या नहीं है, लेकिन उन्हें अन्य क्षेत्रों का भी दौरा करना चाहिए। हालांकि, मुझे नहीं लगता कि यह समय सही है। असम के लोगों को प्रियंका गांधी में कोई खास रुचि नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *