नई दिल्ली : भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की अपनी ऐतिहासिक यात्रा के बाद आज भारत वापस लौट आए हैं. वे आज तड़के दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरे तो उन्हें ग्रैंड वेलकम दिया गया. उनके स्वागत के लिए हवाई अड्डे पर केंद्रीय विज्ञान मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह और दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता मौजूद थीं. अपने गृहनगर लखनऊ रवाना होने से पहले वे दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे.
अंतरिक्ष जाने वाले दूसरे भारतीय : शुभांशु शुक्ला ने पिछला एक साल ISS के एक्सिओम-4 मिशन का प्रशिक्षण लेने के लिए अमेरिका में बिताया था. इसके बाद वे अंतरिक्षा यात्रा पर गए थे. यह उपलब्धि अर्जित करने वाले वे भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री थे. वे अब 22 और 23 अगस्त को दिल्ली में होने वाले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह में शामिल होंगे.
इससे पहले लाल किले पर 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की अपना अंतरिक्ष स्टेशन विकसित करने की योजनाओं पर प्रकाश डाला था. अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला हाल ही में एक सफल अंतरिक्ष मिशन से लौटे हैं. वे अब भारत वापस आने वाले हैं.
25 जून को फ्लोरिडा से हुए थे रवाना : शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 निजी अंतरिक्ष मिशन का हिस्सा थे. उनका स्पेसक्राफ्ट 25 जून को फ्लोरिडा से रवाना हुआ और 26 जून को आईएसएस पर डॉक किया गया. करीब 18 दिन वहां रहने के बाद वे 15 जुलाई को पृथ्वी पर लौटे. इन 18 दिनों के दौरान शुक्ला ने दूसरे अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन (अमेरिका), स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्निएव्स्की (पोलैंड) और टिबोर कापू (हंगरी) के साथ आईएसएस पर 60 से ज्यादा प्रयोग किए. उन्होंने इसरो की ओर से संचालित कई प्रयोग और कक्षीय प्रयोगशाला में अन्य गतिविधियां शामिल थीं. वे आईएसएस पहुँचने वाले पहले भारतीय बने थे.
शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर शुभांशु शुक्ला ने अपनी यात्रा, दोस्तों और परिवार से मिलने के उत्साह को याद करते हुए भावुक पोस्ट शेयर की. उन्होंने लिखा, ‘भारत वापस आने के लिए विमान में बैठते ही मेरे दिल में कई तरह की भावनाएं उमड़ रही हैं. मुझे उन शानदार लोगों को पीछे छोड़कर जाने का दुख है, जो इस मिशन के दौरान पिछले एक साल से मेरे दोस्त और परिवार थे.’
भारत आने से पहले लिखी पोस्ट : उन्होंने आगे कहा, ‘मैं मिशन के बाद पहली बार अपने सभी दोस्तों, परिवार और देश के सभी लोगों से मिलने को लेकर भी उत्साहित हूं. मुझे लगता है ज़िंदगी यही है – सब कुछ एक साथ. जून में, शुक्ला आईएसएस पहुँचने वाले पहले भारतीय बने.’
शुभांशु शुक्ला 15 जुलाई को धरती पर वापस लौट आए थे. उसके बाद से वे अमेरिका में पुनर्वास की प्रक्रिया से गुज़र रहे थे. शुक्ला ने कहा कि वह देश पहुंचने और अपने अनुभव साझा करने के लिए बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं, जो भारत के भविष्य के अंतरिक्ष प्रयासों खासकर गगनयान के लिए बहुत मूल्यवान साबित होंगे. गगनयान भारत का पहला मानव अंतरिक्ष यान मिशन होगा, जिसे 2027 तक लॉन्च करने का लक्ष्य है.
मिशन में साथ रहे लोगों को किया याद : उन्होंने आगे कहा, ‘मिशन के दौरान और बाद में सभी से अविश्वसनीय प्यार और समर्थन मिलने के बाद, मैं आप सभी के साथ अपने अनुभव साझा करने के लिए भारत वापस आने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा हूं.’
अपने सहकर्मियों को याद करते हुए शुक्ला ने कहा, ‘हालांकि अलविदा कहना मुश्किल होता है. फिर भी हमें ज़िंदगी में आगे बढ़ते रहना चाहिए. उन्होंने अपनी कमांडर नासा की अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन की एक अनमोल सलाह भी साझा की कि ‘अंतरिक्ष उड़ान में एकमात्र स्थिर चीज़ परिवर्तन है.’
जीवन गाड़ी है और समय पहिया- शुभांशु : उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘मेरा विश्वास है कि यह जीवन पर भी लागू होता है.’ शुक्ला ने बॉलीवुड फिल्म स्वदेश का एक गीत भी शेयर किया, आखिरकार यूं ही चलता रहा – जीवन गाड़ी है समय पहिया.’
उधर शुक्ला का परिवार भी उनकी वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहा है. शुक्ला के आने से पहले उनके पिता शंभू दयाल शुक्ला ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘मैं बहुत उत्साहित हूँ. मेरे बेटे ने अपना मिशन सफलतापूर्वक पूरा किया और अब वह वापस आ रहा है. हम उससे दिल्ली में मिलेंगे.’