मैनपुरी : मैनपुरी के बेवर थाना क्षेत्र के जीटी रोड हाईवे पर ग्राम नगला ताल के पास शुक्रवार दोपहर भीषण सड़क हादसे में कार सवार पांच लोगों की मौत हो गई। एक बच्ची घायल है। सभी लोग आगरा में आयोजित जन्मदिन समारोह से लौट रहे थे।
मूलरूप से हरीपुर कैथोली गांव और हाल निवासी आवास विकास कॉलोनी, छिबरामऊ, कन्नौज के आढ़ती दीपक (36), उनकी पत्नी पूजा (34), बेटियां आशी (9), आराध्या (11) और बहन सुजाता (35) व सुजाता की बेटी आर्या (4) निवासीगण आर्मी कॉलोनी के पास, फर्रुखाबाद शहर, कार में थीं। दीपक कार चला रहे थे। दीपक के पिता इंद्रपाल, जो कि सेतु निगम में कार्यरत हैं और माता माया देवी आगरा में गुरुद्वारा गुरु का ताल के पास स्थित भावन टावर के नजदीक सरकारी क्वार्टर में रहते हैं। वहां दीपक के छोटे भाई राकेश, जो कि दिल्ली में नौकरी करते हैं, उनकी बेटी काव्या चौहान का 30 जुलाई को जन्मदिन समारोह था।
जन्मदिन मनाकर दीपक व अन्य लोग छिबरामऊ लौट रहे थे। जीटी रोड हाईवे पर ग्राम नगला ताल के पास हाईवे पर बारिश के कारण हुए जलभराव का पानी बगल से गुजरे एक ट्रक के पहियों से उछलकर दीपक की कार के अगले शीशे पर गिरा। इससे दीपक की कार अनियंत्रित होकर हाईवे की कानपुर-दिल्ली लेन पर डिवाइडर को पार करते हुए जा पहुंची। उस लेन पर गर्डर से लदे एक ट्रोला से टकरा गई। हादसे में दीपक, पूजा, आशी, सुजाता, आर्या की मौत हो गई। 11 वर्षीय आराध्या गंभीर हालत में सैफई मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीन है।
इस दुर्घटना के ठीक 5 मिनट बाद उसी जगह के पास एक पिकअप वैन पीछे से डीसीएम में घुस गई। इस हादसे में पिकअप का चालक एहसान गाड़ी में फंस गया। स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से उसे बाहर निकाला गया और इलाज के लिए सीएचसी बेवर में भर्ती कराया गया। एहसान अपने भाई यशपाल के साथ बिहार जा रहा था।
हादसे के बाद जीटी रोड हाईवे पर आवागमन करीब दो घंटे तक बंद रहा। इधर, घटना की सूचना पाते ही एसपी गणेश प्रसाद साहा, एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह, सीओ भोगांव सत्यप्रकाश, इंस्पेक्टर बेवर अनिल कुमार सिंह मय फोर्स के घटनास्थल पर पहुंचे। शवों को एंबुलेंस से मोर्चरी भेजने के बाद क्षतिग्रस्त वाहनों को हाईवे से हटवाया और यातायात को सुचारू किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने इस दुर्घटना में मारे गए लोगों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घायल आराध्या के इलाज की व्यवस्था की जाए। इधर, समाजवादी पार्टी ने मृतकों के आश्रितों को आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है।
इस घटना में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की लापरवाही भी उजागर हुई है। घटना की मुख्य वजह रोड इंजीनियरिंग की कमी की वजह से हाईवे पर पानी भरना सामने आया। घटना के बाद एनएचएआई के अधिकारियों की नींद टूटी और मौके पर गए। जल निकासी के लिए डिवाइडर को काटा गया।
दीपक चौहान ने सिर्फ छह महीने पहले ही अपने परिवार के लिए एक नया घर गांव हरीपुर कैथोली में बनवाया था। अब सवाल यह है कि उस घर में कौन रहेगा। दीपक के परिजन ने बताया कि उन्होंने बड़े अरमानों के साथ अपने गांव में नया घर बनवाया था, जहां उनका परिवार खुशहाल जीवन बिताने की उम्मीद कर रहा था। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। इस हादसे ने न सिर्फ उनके परिवार को उजाड़ दिया, बल्कि उनके सपनों को भी चकनाचूर कर दिया।